जम्मू-कश्मीर में जमकर गरजे अमित शाह, कहा – गुपकर मॉडल ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए बिछाया रेड कार्पेट

बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा की. मीडया से बातचीत करते हुए इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर आए अमित शाह ने केंद्रशासित प्रदेश में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.

By KumarVishwat Sen | October 5, 2022 4:46 PM
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बारामूला : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला में गुपकर समूह के नेताओं पर जमकर बरसे. उन्होंने इस समूह पर आरोप लगाते हुए कहा कि गुपकर मॉडल ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए रेड कार्पेट बिछाने का काम किया है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत करने से इनकार करते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद और आतंकवादियों का पूरी तरह से सफाया कर देगी और फिर इसे देश का सबसे शांतिपूर्ण स्थान बनाएगी.

अमित शाह ने की सुरक्षा हालात की समीक्षा

बता दें कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा की. मीडया से बातचीत करते हुए इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर आए अमित शाह ने केंद्रशासित प्रदेश में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि इस समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, खुफिया ब्यूरो के निदेशक, विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक, पुलिस और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे. इस बैठक के बाद अमित शाह ने बारामूला में एक रैली को भी संबोधित किया. इसी रैली में अपने संबोधन के दौरान जम्मू-कश्मीर के गुपकर समूह पर उन्होंने जमकर निशाना साधा.

घाटी के हालात के लिए कांग्रेस, एनसी और पीडीपी जिम्मेदार

विजयादशमी के मौके पर जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या आतंकवाद ने कभी किसी को फायदा पहुंचाया है? उन्होंने कहा कि 1990 के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने 42,000 लोगों की जान ली है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कथित रूप से विकास नहीं होने के लिए अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), मुफ्ती (पीडीपी) और नेहरू-गांधी (कांग्रेस) परिवारों को जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि 1947 में देश की आजादी के बाद से इन तीनों दलों ने ही ज्यादातर समय तत्कालीन राज्य में शासन किया था.

हमें पाकिस्तान से बात नहीं करनी

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हमें पाकिस्तान से बात करनी चाहिए. हमें पाकिस्तान से बात क्यों करनी चाहिए? हम कोई बातचीत नहीं करेंगे. हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करती है और वह इसका अंत और सफाया करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर को देश की सबसे शांतिपूर्ण जगह बनाना चाहते हैं.

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पीओके कितने गांव में बिजली का कनेक्शन है

गृह मंत्री शाह ने आगे कहा कि कुछ लोग अक्सर पाकिस्तान के बारे में बात करते हैं, लेकिन वह जानना चाहते हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कितने गांवों में बिजली कनेक्शन हैं. उन्होंने कहा कि हमने पिछले तीन वर्षों में सुनिश्चित किया है कि कश्मीर के सभी गांवों में बिजली कनेक्शन हों. तीन राजनीतिक परिवारों का नाम लेकर उन पर बरसते हुए गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि उनका शासनकाल कुशासन व भ्रष्टाचार से भरा हुआ था और उन्होंने विकास नहीं किया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुफ्ती एंड कंपनी, अब्दुल्ला एंड संस और कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया.

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