Loading election data...

लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने दी अमृतपाल को पाकिस्तान भागने की सलाह, कहा- खतरे में जिंदगी..

सांसद सिमरजीत सिंह मान ने कहा है कि अमृतपाल को नेपाल जाने की बजाय पाकिस्तान जाने के बारे में सोचना चाहिए. वहीं, सिमरजीत सिंह मान ने अपने पक्ष में दलील देते हुए यह भी कहा है कि अमृतपाल सिंह की जान को खतरा है ऐसे में उसे पाकिस्तान भागकर अपनी जान बचानी चाहिए.

By Pritish Sahay | March 31, 2023 12:43 PM

Amritpal Singh: भगोड़ा आरोपी अमृतपाल सिंह को लेकर लोकसभा सांसद और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के मुखिया सिमरनजीत सिंह मान का बड़ा बयान सामने आया है. मान ने कहा है कि अमृतपाल सिंह को सरेंडर नहीं करना चाहिए, बल्कि उसे भागकर पड़ोसी पाकिस्तान चले जाना चाहिए. गौरतलब है कि बीते कई दिनों से अमृतपाल पुलिस को चकमा दे रहा है, वीडियो भी जारी कर रहा है लेकिन पुलिस उसे अभी तक पकड़ नहीं पाई है.

एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में सांसद सिमरजीत सिंह मान ने कहा है कि अमृतपाल को नेपाल जाने की बजाय पाकिस्तान जाने के बारे में सोचना चाहिए. वहीं, सिमरजीत सिंह मान ने अपने पक्ष में दलील देते हुए यह भी कहा है कि अमृतपाल सिंह की जान को खतरा है ऐसे में उसे पाकिस्तान भागकर अपनी जान बचानी चाहिए. उनका बयान ऐसे समय में आया है जबकि अमृतपाल सिंह के बारे में कयास लगाये जा रहे हैं कि वो नेपाल भाग गया है.

अमृतपाल सिंह का नया वीडियो आया सामने: इससे पहले कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह ने कल यानी गुरुवार को एक नया वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने कहा कि वह भगोड़ा नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने आएगा. अपने वीडियो में अमृतपाल सिंह ने उन अटकलों को भी खारिज किया कि वो सरेंडर करने की सोच रहा है या बातचीत करने की दिशा में काम कर रहा है.

न मैं भगोड़ा हूं, न साथियों को छोड़ा हूं-अमृतपाल: अपने वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा कि जिनको ऐसा लगता है कि मैं भगोड़ा हूं और मैंने अपने साथियों को छोड़ दिया है, उन्हें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए. सिंह ने कहा कि मुझे मौत का डर नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होउंगा और संगत के बीच भी आऊंगा.

Also Read: रामनवमी शोभायात्रा में कई जगहों पर हिंसा, हावड़ा में आगजनी, वडोदरा में पथराव, 74 से ज्यादा उपद्रवी गिरफ्तार

क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों ने अपने एक गिरफ्तार साथी की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था. इस घटना के करीब तीन सप्ताह बाद 18 मार्च को पुलिस ने सिंह और उसके खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. अमृतपाल उसके बाद से ही फरार है. वह 18 मार्च को जालंधर जिले से भाग निकला था.

भाषा इनपुट के साथ

Next Article

Exit mobile version