Amritpal Singh Updates : खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. सिखों के लिए एक अलग देश के अपने लक्ष्य की खातिर कथित तौर पर अमृतपाल सिंह मादक पदार्थ के तस्करों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ करीबी संबंध बनाये हुए है. इस संबंध में अधिकारियों ने जानकारी दी है. आपको बता दें कि अमृतपाल अपने संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद से फरार है.
मामले को लेकर अधिकारियों ने कहा कि मादक पदार्थ तस्कर खालिस्तान समर्थक उपदेशक अमृतपाल सिंह की कथित रूप से वित्तीय मदद कर रहे थे, जिसमें उसे एक महंगी मर्सिडीज एसयूवी उपहार देना शामिल था. वहीं, आईएसआई हथियार, गोला-बारूद और अन्य रसद के साथ उसकी मदद कर रहा था. पुलिस जिस समय सिंह का पीछा कर रही थी, वह एक मर्सिडीज एसयूवी में यात्रा कर रहा था, जिसे रवेल सिंह ने कथित तौर पर उपहार में दिया था. रवेल पर मादक पदार्थ बेचने का आरोप है. यह वही एसयूवी है जिसके ‘सनरूफ’ से अमृतपाल लोगों और अपने समर्थकों की ओर हाथ हिलाता था.
शनिवार को जब पुलिस कट्टरपंथी उपदेशक को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, तो वह पुलिस से बचने के लिए एसयूवी छोड़कर बाइक के जरिये मौके से फरार हो गया था. एसयूवी को पंजाब पुलिस ने जब्त कर लिया है. अधिकारियों ने कहा कि सिंह ने खुद को एक समाज सुधारक के रूप में पेश करने की कोशिश की और अपने पाले में आने वालों के साथ एक निजी मिलिशिया स्थापित करने के उद्देश्य से नशामुक्ति केंद्र संचालित कर रहा था. पंजाब में आतंकवाद के चरम के दौरान 1980 के दशक की शुरुआत में जरनैल सिंह भिंडरांवाले द्वारा एक निजी मिलिशिया का गठन किया गया था.
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अधिकारियों ने कहा कि नशामुक्ति केंद्रों का कथित रूप से अवैध हथियारों को जमा करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था. उन्होंने कहा कि सिंह और उसके भरोसेमंद साथियों ने नशामुक्ति केंद्रों में उन लोगों के बीच एक कट्टरपंथी, हिंसक तरीके को विकसित करने की कोशिश की. इन केंद्रों में कोई डॉक्टर नहीं था, लेकिन कम गुणवत्ता वाले सस्ते एंटीडोट्स थे, जिससे पीड़ितों को नशीले पदार्थों पर निर्भर रहना पड़ता था. उन्होंने कहा कि उन केंद्रों पर, अगर लोग अमृतपाल के फरमान का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें पीटा जाता है.
अधिकारियों ने कहा कि अमृतपाल सिंह धर्म की आड़ में लोगों से वह कराने में सफल रहा है जो वह चाहता था और इससे आईएसआई को पंजाब में अपनी साजिश को अंजाम देने में मदद मिली. अमृतपाल के ‘इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन’ के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे के साथ भी संबंध है, जो भारत में आरडीएक्स सहित हथियारों और विस्फोटक तस्करी, नयी दिल्ली में नेताओं पर हमले की साजिश रचने तथा पंजाब में नफरत फैलाने के मामलों में वांछित है.