Anantnag encounter: घने जंगल और बड़े-बड़े पत्थर, जानें कितना खतरनाक है अनंतनाग का यह इलाका

Anantnag encounter: अनंतनाग मुठभेड़ के बाद एक नागरिक की इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे मृतकों की संख्या तीन हो चुकी है. सेना ने बताया इलाके में क्यों हो रही है परेशानी

By Amitabh Kumar | August 11, 2024 12:07 PM
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Anantnag encounter: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हो गई. इसमें घायल दो नागरिकों में से एक की रविवार तड़के इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे अनंतनाग मुठभेड़ में मारे गए नागरिकों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है. मामले को लेकर अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में घायल हुए अब्दुल राशिद डार की रविवार तड़के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को 10,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित अनंतनाग जिले के अहलान गगरमांडू वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ में दो सेना के जवान शहीद हो गए थे जबकि दो नागरिक घायल हो गए थे. चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति यहां है जिसके बाद भी आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है.

आतंकवादियों की फायरिंग के बाद शुरू हुई मुठभेड़

जानकारी के अनुसार, शनिवार को कोकेरनाग क्षेत्र के सुदूरवर्ती अहलान गगरमांडू जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया गया था. मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब आतंकवादियों के एक ग्रुप ने संयुक्त तलाश दल पर फायरिंग कर दी. दल में पैरा कमांडो सहित सेना के जवान और स्थानीय पुलिस के कर्मी शामिल थे.

Anantnag: security forces personnel during a military encounter, in anantnag district

फरार आतंकवादियों की तलाश जारी

मुठभेड़ में छह सेना के जवान और दो आम नागरिक घायल हो गए. घायल सैनिकों को तुरंत नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां दो सैनिकों को मृत घोषित कर दिया गया. शहीद हुए सैन्य कर्मियों की पहचान हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा के रूप में की गई. इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है और फरार आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान जारी है.

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10,000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर है इलाका

सेना की ओर से जानकारी दी गई कि घायल नागरिकों की आतंकवादी पृष्ठभूमि का पता लगाया जा रहा है. इलाका 10,000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर है, यहां घने जंगल, बड़े-बड़े पत्थर, नाले और जटिल रास्ते हैं. इस वजह से अभियान के लिए गंभीर चुनौती आ रही है. सुरक्षा बल सोच-समझकर आगे बढ़ रहे हैं और आतंकवादियों को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं.

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