उत्तरकाशी : उत्तराखंड की खुरमोला ग्राम पंचायत के पयांसारी गांव के पास रामनगर छानी क्षेत्र में जमीन की खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां निकल रही हैं. ग्रामीणों का मानना है कि यहां जमीन के नीचे कोई प्राचीन सभ्यता दफन है. अगर यहां पुरातत्व विभाग खुदाई करायी जाये, तो इसका पता चल सकता है.
पयांसारी गांव के निकट रामनगर तोक क्षेत्र में खेती की जमीन है. यहां सुदंरीकरण के लिए पिछले दिनों ग्रामीणों ने खुदाई शुरू की. खुदाई के दौरान जमीन से जब प्राचीन मूर्तियां निकलना शुरू हुईं, तो वहां भीड़ जुट गयी. खुदाई में मंदिर के स्तंभ के आकार के तराशे हुए पत्थर एवं मूर्तियां निकली. देखने से ही पता चल रहा था कि यह मूर्तियां सैकड़ों साल पुरानी हैं.
गांव के बुजुर्ग त्रेपन सिंह ने बताया कि गांव में अक्सर इसी तरह प्राचीन मूर्तियां निकलती रहती हैं. दो दशक पहले गांव में अतोल सिंह की जमीन पर खुदाई के दौरान शेषनाग की मूर्ति और शिवलिंग का हिस्सा निकला था.
कई साल पहले सत्य शरण डोभाल ने अपने मकान के निर्माण के लिए खुदाई की तो कई प्राचीन मूर्तियां निकली. गांव में हाल यह है कि खेतों में हल चलाने के दौरान अक्सर मूर्तियां निकल आती हैं. इन मूर्तियों को लोग प्राचीन काली मंदिर में एकत्र कर रहे हैं.
गांव के बुजुर्ग अतर सिंह नेगी बताते हैं कि उन्होंने अपने बुजुर्गों से सुना था कि सदियों पहले यहां बौद्ध राजा का गढ़ था. इस राजा ने देवी देवताओं का अपमान करते हुए सभी मंदिरों को जमींदोज करा दिया. इसके बाद दैवीय प्रकोप से इस राजा का साम्राज्य तबाह हो गया.
ग्रामीणों का कहना है कि यह जगह यमुनोत्री हाईवे से महज दो किलोमीटर दूर है. पुरातत्व विभाग यहां सर्वे करें, तो यहां प्राचीन सभ्यता के बारे में पता चल सकता है. साथ ही इस जगह को पर्यटन के लिए विकसित किया जा सकता है.