नयी दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख लगातार चौथी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को पेश नहीं हुए. मालूम हो कि ईडी ने अनिल देशमुख और उनके बेटे हृषिकेश देशमुख के खिलाफ चौथी बार समन भेज कर सोमवार को पेश होने को कहा था.
सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की ओर से उनके अधिवक्ता इंद्रपाल सिंह ईडी कार्यालय पहुंच कर अपने मुवक्किल के पेश होने पर असमर्थता जतायी. साथ ही अनिल देशमुख का एक पत्र ईडी को सौंपा. मालूम हो कि इससे पहले भी कोरोना महामारी और बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए अनिल देशमुख ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं.
अधिवक्ता इंद्रपाल सिंह के जरिये ईडी को भेजे अपने पत्र में अनिल देशमुख ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में मामले में तीन अगस्त को सुनवाई होनी तय है. साथ ही उन्होंने ईडी पर स्पष्ट और निष्पक्ष जांच नहीं करने और अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
अनिल देशमुख ने कहा है कि प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) की कोई कॉपी या दस्तावेज अभी तक मुझे उपलब्ध नहीं कराये गये हैं. इससे स्पष्ट है कि मीडिया में सनसनी फैलाने के उद्देश्य से समन जारी किये जा रहे हैं.
मालूम हो कि मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूली का आरोप लगाया है. इसके बाद मामला गरमाने पर अनिल देशमुख को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था.