बच्चों के मिड-डे-मील के लिए भेज दिया गया पशु आहार, अब प्रशासन कह रहा है करेंगे जांच
इस मामले में अब आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. पुणे के मेयर से जब इस लापरवाही पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मिड-डे मील योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जाती है. छात्रों के बीच केवल वितरण के लिए नगर निगम जिम्मेदार है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.' मेयर ने जांच की मांग कर दी है.
महाराष्ट्र के पुणे में एक सरकारी स्कूल में बच्चों के खाने के लिए पशुओं का चारा भेज दिया गया. जब यह स्कूल पहुंचा तो शिक्षक भी इसे देखकर हैरान रह गये. बच्चों को मिड-डे-मील में खाने के लिए पशुओं का चारा भेजने की खबर जैसे ही फैली लोग हैरान रह गये. इसे घोर लापरवाही माना जा रहा है.
Maharashtra: A Govt school in Pune received cattle fodder, instead of mid-day meal for students.
Pune Mayor says, "Mid-day meal scheme is run by state govt. Municipal corporation is responsible for only distribution among students. It's very unfortunate. An inquiry is demanded." pic.twitter.com/9cO1wcfefQ
— ANI (@ANI) March 19, 2021
इस मामले में अब आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. पुणे के मेयर से जब इस लापरवाही पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मिड-डे मील योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जाती है. छात्रों के बीच केवल वितरण के लिए नगर निगम जिम्मेदार है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.’ मेयर ने जांच की मांग कर दी है.
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बच्चों के मिड-डे-मील के लिए भेजे गये पशु आहार के पैकेट को जब्त कर लिया गया है. इसकी शिकायत भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) से की. शिकायत मिलने के बाद FSSAI ने सप्लाई में आए पशुचारे के सारे पैकेटों को जब्त कर लिया है. अब इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
यह मामला पुणे के सरकारी स्कूल नंबर 58 का है हालांकि कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल बंद है लेकिन स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि मिड- डे – मील बच्चों के घरों तक पहुंचाया जाये. अधिकारियों को भी इस संबंध में आदेश दिये गये हैं. अगर इस पैकेट की सही समय पर पहचान नहीं होती या पैकेट में बड़े – बड़े अक्षरों में पशु आहार नहीं होता तो यह बच्चों तक पहुंच जाता.