कोरोना संक्रमण की रफ्तार के लिए देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करन की जरूरत है. अक्सर मीडिया में खबरें आती हैं कि राज्यों में वैक्सीन की कमी है दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी का जिक्र किया है.
कई राज्यों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी कर दी गयी है. सेंटर बंद कर दिये हैं. दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के पास 1.77 करोड से अधिक खुराक की वैक्सीन है. अगले तीन दिनों में वैक्सीन की और डोज देने का भी जिक्र किया है.
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केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी दी है कि अब तक नि:शुल्क श्रेणी तथा राज्य द्वारा सीधे खरीद की श्रेणी में टीके की 22,00,59,880 खुराक उपलब्ध करायी गयी है. आंकड़ों के आधार पर देखें तो केंद्र ने दावा किया है कि कुल 20,13,74,636 खुराक (जिसमें बेकार गए टीके भी शामिल हैं) का इस्तेमाल हुआ है.
केंद्र ने बताया है कि अब भी राज्य के पास 1.77 करोड़ से अधिक (1,77,52,594) खुराक अब भी मौजूद हैं. इसके अलावा, अगले तीन दिन में उन्हें और 1,00,000 खुराक मिल जाएगी.” राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत केंद्र राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 के नि:शुल्क टीके उपलब्ध करवा रहा है, इसके अलावा उन्हें टीकों की सीधी खरीद की सुविधा भी दे रहा है .
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केंद्र सरकार ने राज्यों को भी यह अधिकार दिया है कि वह वैक्सीन की खरीद कर सकती है लेकिन सूत्रों से आ रही खबरों की मानें तो राज्य सरकार वैक्सीन की खरीद अपने हाथ में नहीं रखना चाहती. राज्यों के टेंडर को ग्लोबल फार्मा कंपनियों से कोविड वैक्सीन की खरीद के लिए मिल रहा ठंडा रिस्पॉन्स और केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीन की पूरी जिम्मेदारी अपने हाथ में नहीं रखने की वजह से वैक्सीन को लेकर समस्या आ रही है.