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एंटीलिया केस में नया मोड़
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एनआईए को मिली काली मर्सिडीज कार
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पीपीई किट वाले शख्स का भी चला पता
Mukesh Ambani, Antilia Case, Black Mercedes: देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी कार बरामद मामले में एक नया मोड़ आ गया है. दरअसल, एंटीलिया के बाहर जो स्कॉर्पियो मिली थी उसका असली नंबर प्लेट एक काली रंग की मर्सिडीज कार से बरामद हुई है. एनआईए की टीम को उस कार से कई और नंबर प्लेट भी बरामद हुए हैं. यह काली मर्सिडीज कार मुंबई क्राइम ब्रांच के ऑफिस के पास के पार्किंग में खड़ी थी. काली कार से एनआई की टीम को 5 लाख रुपये के साथ पेट्रोल और डीजल भी बरामद हुए हैं. इस मामले में यह अहम सबूत माना जा रहा है.
पीपीई किट की तरह दिखने वाले शख्स का खुलासा: वहीं, मामले की जांच कर रही एनआईए (NIA) की टीम ने कार को अपने कब्जे में ले लिया है. और इसकी सघन जांच में जुटी है. कार का नंबर एमएच 9095 है जिसे धुले शहर में रहने वाले सारांश भावसार ने खरीदा था, हालांकि उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने कार को बेच दी थी. इसको लेकर कार के पुराने मालिक सारांश भावसार आज एक पीसी भी करने वाले हैं. जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक, एक जगह सचिन वाजे ढीले कुर्ते में नजर आते हैं. जो पीपीई किट की तरह दिखता है. कार में रखे ईंधन से पीपीई किट की तरह दिखने वाला वह कुर्ता जल गया था.
वाजे इस्तेमाल करते थे यह कार: मंगलवार देर रात एनआईए की टीम ने बताया कि काली मर्सिडीज कार को वाजे इस्तेमाल करते थे. उस कार से पांच लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. इस मामले में 13 मार्च को गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को शहर पुलिस की अपराध शाखा के सीआईयू से संबद्ध कर दिया गया था. अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम ने वाजे के दफ्तर की तलाशी के दौरान वहां से कुछ ‘आपत्तिजनक दस्तावेज’ और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जैसे लैपटॉप, आई-पैड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
एनआईए के महानिरीक्षक अनिल शुक्ला ने कहा कि सीएसएमटी स्टेशन के पास पार्किंग से एक काली मर्सिडीज कार जब्त की गई है, जिसका उपयोग वाजे करते थे. उन्होंने बताया कि कार से पांच लाख रुपये नकद, नोट गिनने की एक मशीन, दो नंबर प्लेट और कुछ कपड़े बरामद किए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने अभी तक सहायक पुलिस आयुक्त सहित अपराध शाखा के सात अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं. उन्होंने बताया कि एजेंसी ने आज लगातार तीसरे दिन सीआईयू इकाई के सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी से पूछताछ की.
गौरतलब है कि अंबानी के मकान के पास कार्मिचेल रोड पर विस्फोटक लदी एसयूवी बरामद होने के दो दिन बाद 27 फरवरी को काजी ने ठाणे जिले के साकेत इलाके में रहने वाले वाजे की हाउसिंग सोसाइटी के सीसीटीवी की फुटेज ली थी. अधिकारी ने बताया कि इस वीडियो (डीवीआर) का जिक्र बरामद सामान की सूची में नहीं था और जांच एजेंसी को संदेह है कि यह फुटेज साक्ष्य को नष्ट करने के लिए ली गई थी जिससे वाजे मामले में फंस सकते थे.
भाषा इनपुट के साथ
Posted by: Pritish Sahay