Terrorism in India: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आतंक के खिलाफ मोदी सरकार ने कई बड़े कदम उठाए है. जिसके कारण देश में आतंक का खात्मा हुआ है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में 168 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने कहा कि टेरर फाइनेंसिंग के मामलों में 94 फीसदी दोषसिद्धि दर रही है.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने साथ ही कहा कि नॉर्थ ईस्ट में भी शांति का युग आया है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद उग्रवादी हिंसा में 80 प्रतिशत की गिरावट आई है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2014 के बाद 6000 मिलिटेंट ने आत्मसमर्पण किया है.
While India is bringing the world together against terrorism, some of our neighbouring countries are backing terrorism and loudly speaking in favour of it. Their true face has been revealed on n international level: Union Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/U295MzTXmd
— ANI (@ANI) December 19, 2022
अनुराग ठाकुर ने कहा, आतंकवाद को धराशायी करने की मोदी सरकार की नीति रही है. उन्होंने कहा कि भारत में आतंकवाद की कमर तोड़ने में केंद्र सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी है. 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक 2019 में बालाकोट का हमारा एक्शन इसके जीते जागते प्रमाण हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सशस्त्र कार्रवाई से आगे जाने के लिए प्रतिबद्ध है और उसने पूरे क्षेत्र में स्थायी शांति का माहौल बनाने के लिए काम किया है. ये शांति समझौते सरकार की उपलब्धियों की विरासत हैं. इस पहलू को रेखांकित करते हुए अनुराग ठाकुर ने सरकार द्वारा हस्ताक्षरित शांति समझौतों को सूचीबद्ध किया.
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बोडो समझौते पर जनवरी 2020 में हस्ताक्षर किए गए,
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ब्रू-रियांग समझौता जनवरी 2020,
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एनएलएफटी-त्रिपुरा समझौता, अगस्त 2019 में,
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कार्बी आंगलोंग समझौता, सितंबर 2021,
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असम-मेघालय अंतर-राज्यीय सीमा समझौता, मार्च 2022 में
साथ ही अनुराग ठाकुर ने सरकार द्वारा वर्षों से चलाए जा रहे बचाव कार्यों का भी उल्लेख किया. उन्होंने संकट में फंसे भारतीय लोगों का जीवन बचाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर बचाव अभियान की उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया.
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फरवरी-मार्च 2022 में ऑपरेशन गंगा के तहत 22,500 नागरिकों को बचाया गया.
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ऑपरेशन देवी शक्ति में अफगानिस्तान से 670 भारतीय नागरिकों को बचाया गया.
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वर्ष 2021-22 में वंदे भारत मिशन के तहत, बचाव अभियानों की एक सबसे बड़ी सफलता में 1.83 करोड़ नागरिकों की कोविड-19 संकट के दौरान घर वापसी की गई.
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भारत द्वारा चीन के वुहान से 654 लोगों को बचाया गया.