नियमों को दरकिनार कर केरल में आयोजित हुआ अरट्टू पर्व,सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
एक तरफ कोरोना की मार से देश परेशान है वहीं दूसरी तरफ केरल में सरकार के नियमों को ताक पर रख कर तिरुवनंतपुरम में शुक्रवार को विश्व विख्यात अरट्टू का आयोजन किया गया. यह केरल का धार्मिक पर्व है. जिसे श्री कृष्ण स्वामी द्वारा आयोजित किया जाता है. इस आयोजन में सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु शामिल हुए.
केरल : एक तरफ कोरोना की मार से देश परेशान है वहीं दूसरी तरफ केरल में सरकार के नियमों को ताक पर रख कर तिरुवनंतपुरम में शुक्रवार को विश्व विख्यात अरट्टू का आयोजन किया गया. यह केरल का धार्मिक पर्व है. जिसे श्री कृष्ण स्वामी द्वारा आयोजित किया जाता है. इस आयोजन में सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु शामिल हुए.
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रसाशन के द्वारा भीड़वाड़ वाले आयोजन न कराने के दिशा निर्देश जारी करने के बाद हुआ. स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी हैं.बता दें, राज्य में अब तक कोरोना से संक्रमित 40 मामले सामने आ चुके है जिनमें सात विदेशी नागरिक शामिल हैं. वहीं देश में अब तक 296 कोरोना के मामले सामने आ चुके है जिनमें चार लोगों की मौत हो गयी है.
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशभर के कई प्रमुख बंद 31 मार्च तक बंद करने के आदेश जारी हो चुके है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में पाच शहरों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया हैं. वही यूपी, दिल्ला और कई राज्यों में मॉल, जिम और सिनेमा हॉल को भी अगले आदेश तक बंद करने का आदेश हैं. इसके सात खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया हैं.
सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
केरल में हुए इस आयोजन को लेकर ट्वीटर पर लोगों ने जमकर आलोचना की एक यूजर ने लिखा ‘ सबसे विकसित राज्य केरल की यह स्थिति है. सभी दिशा निर्देशों का उल्लघन करते हुए कल केरल में मलयिन्केज़ु श्री कृष्ण स्वामी मंदिर में पारंपरिक जूलूस अरट्टू का आयोजन किया गया
This is the condition of the most developed state, Kerala.
— Sanghamitra (@AudaciousQuest) March 21, 2020
A traditional procession 'Arattu', organised at Malayinkeezhu Sree Krishna Swami Temple in Thiruvananthapuram, yesterday. Large gathering, violating ALL guidelines.
This is after Kasargod case from Kerala. pic.twitter.com/OACDK2Q5A2
चदंन सेन नाम के एक यूजर ने लिखा ‘ सौ से भी ज्यादा भक्त इस पर्व को मनाने पहुंचे है कैसे रूकेगा कोरोना संक्रमण
Hundreds of devotees arrived in Kerala to celebrate Arattu, how will the corona infection stop https://t.co/bAlU0V6tRD pic.twitter.com/ASZ2seJhmi
— CHANDAN SEN (@CHANDANSEN1998) March 21, 2020
हितेन्द्र नाम के यूजर ने लिखा ‘ साक्षरता के मामले में उच्च दर, सबसे अच्छी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली लेकिन इस कार्यक्रम ने साबित कर दिया है कि वे लोगों को आकार्षित कर रहे है. ये देश के लिए अनर्थ होगा.
#kerala having highest rate of literacy, good health caring system, so-called intellectual govt. But this activity proved they diecasting people. May be disaster for theNation#Arattu#CoronavirusOutbreakindia #JantaCurfewChallenge #SocialDistanacing #who_pandemic https://t.co/rDRYiUssbl
— Hitendra (@RathoreHp) March 21, 2020
Few days ago I was praising #PinarayiVijayan for his measures taken against #Corona in #Kerala.
— NullPointerException (@mahi0x00) March 21, 2020
Now I think it's time for me to take it back.#KeralaFightsCorona #keralamodel but then, #Arattu is unnecessary. https://t.co/1TAbGNSbEk