कनेक्टिंग थ्रू कल्चर के विमोचन पर आरिफ मोहम्मद खान बोले- भारत विश्व गुरु था, हमने दुनिया को दिखाया रास्ता

कनेक्टिंग थ्रू कल्चर पुस्तक विमोच के दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारत कभी विश्व गुरु था. भारत ने इस भूमिका को महसूस किया है और अब हम फिर से चाहते है कि भारत विश्व गुरु बने.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2022 10:17 PM
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भारत कभी विश्व गुरु था. भारत ने दुनिया को रास्ता दिखाई है लेकिन हम पिछली कई सदियों से पिछड़ गए हैं. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को सॉफ्ट पावर पर लिखी कनेक्टिंग थ्रू कल्चर पुस्तक के विमोचन के अवसर पर यह बात कही. उन्होंने काह कि विश्व गुरु कोई पद या दर्जा नहीं है. यह एक भूमिका है और हमें लगता है कि यह भूमिका भारत ने अतीत में निभाई है. भारत ने इस भूमिका को महसूस किया है और अब हम फिर से चाहते है कि भारत विश्व गुरु बने. भारत अब चाहता है कि उस तरह की स्थिति को पुनर्जीवित करने में सक्षम हों.


सॉफ्ट पावर शब्द भारत के लिए नयी नहीं

आरिफ मोहम्मद खान ने आगे कहा कि सॉफ्ट पावर हाल के दिनों में उछाला गया एक शब्द है लेकिन यह अवधारणा भारत के लिए कोई नई नहीं है. यह भारतीय सांस्कृतिक लोकाचार में गहराई से निहित है. उन्होंने कहा कि भारत की शक्ती दो कारकों पर निर्भर करती है जो संस्कृत भाषा और संस्कृति है. विमोचन के मौके पर आरिफ मोहम्मद खान के अलावा केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे.


देश की ताकत पर करता है निर्भर सॉफ्ट पावर

इस दौरान एस जयशंकर ने कहा कि सॉफ्ट पावर के साथ देश क्या करते हैं यह देश की ताकत पर निर्भर करता है. यह एक सहज प्रक्रिया है जो कभी धीरे और निरंतर हो सकती है या कभी आक्रमक. लेकिन सॉफ्ट पावर हमेशा छवि का निर्माण और मानक स्थापित करने का काम करती है.

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शक्तिशाली देशों ने किया राजनीतिक उलटफेर

जयशंकर ने आगे कहा, विदेश मंत्री के रूप में मुझे लगता है कि दुनिया को संतुलित करना बेहद जरूरी है. हमने इतिहास में देखा है कि सॉफ्ट पावर में विफल शक्तिशाली देशों ने राजनीतिक उलटफेर किया है. वहीं, किसी देश को संतुलित बनाए रखने के लिए संस्कृति सबसे अहम है जो भारत के लिए फायदे वाली है.

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