नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से निबटने के लिए सेना ने भी कमर कस ली है. चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि कोरोना संक्रमण से निबटने के लिए अब सशस्त्र बलों को नागरिक प्रशासन (सिविल एडमिनिस्ट्रेशन) के साथ मिल कर काम करना होगा. इस समय पर समर्थन महत्वपूर्ण है.
This is the time for the Armed Forces to rise to the occasion and support the civil administration in creating COVID mitigation facilities in time-bound manner. Timely support at this juncture is important: Chief of Defence Staff General Bipin Rawat
(file pic) pic.twitter.com/b358kJiJhe— ANI (@ANI) April 27, 2021
जानकारी के मुताबिक, चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी से निबटने के लिए अब सशस्त्र बलों को नागरिक प्रशासन (सिविल एडमिनिस्ट्रेशन) के साथ मिल कर काम करना होगा. कोरोना से निबटने को लेकर संसाधनों को बढ़ाने और इलाज के लिए नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे.
साथ ही उन्होंने कहा है कि सेना के जवानों के पास दृढ़ इच्छाशक्ति है. इसके जरिये वे हर बार सभी बाधाओं का कुशलता से सामना किया है. साथ ही कहा कि हम ऐसा कर सकने में सक्षम हैं और करेंगे. हमें अभी काफी लंबी यात्रा करनी है.
इधर, भारतीय वायु सेना ने बताया कि सी-17 विमान ने 26 अप्रैल, 21 को दुबई से छह खाली क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों को निकाला और पश्चिम बंगाल के पनागर में देर शाम 07:15 बजे उतरा. भारतीय वायुसेना का एक और सी-17 विमान बैंकॉक से चार खाली कंटेनरों को लेकर 27 अप्रैल, 21 की सुबह पनागर में उतरा.
मालूम हो कि कोरोना वायरस महामारी से निबटने को लेकर चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ बिपिन रावत ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सशस्त्र बलों की तैयारियों पर चर्चा की थी. बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि पिछले दो साल में सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त हुए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अपने घरों के आसपास के कोविड-19 केंद्रों में काम करेंगे.