लद्दाख में चीन को धूल चटाने वाले बहादुर सैनिकों से मिले आर्मी चीफ जनरल नरवणे
नयी दिल्ली/लद्दाख : गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को सबक सिखाने वाले सेना के बहादुर जवानों से सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मिलिट्री हॉस्पिटल में मुलाकात की है. सेना प्रमुख मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे हैं. 15-16 जून को गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प में जहां भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गये हैं, वहीं कई जवान घायल भी हुए थे.
नयी दिल्ली/लद्दाख : गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को सबक सिखाने वाले सेना के बहादुर जवानों से सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मिलिट्री हॉस्पिटल में मुलाकात की है. सेना प्रमुख मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे हैं. 15-16 जून को गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प में जहां भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गये हैं, वहीं कई जवान घायल भी हुए थे.
घायल जवानों का इलाज मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है. सेना प्रमुख ने घायल जवानों से मुलाकात कर उनका हाल जाना. जनरल नरवणे ने सैनिकों से इस दिन की घटना के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बहादुर जवानों की तारीफ की और जल्द स्वस्थ होने की कामना की. आने दो दिवसीय दौरे में आर्मी चीफ शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे.
सेना प्रमुख अपने इस दौरे में 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से मुलाकात करेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह वहीं अधिकारी हैं, जिन्होंने भारत और चीन के बीच तनाव को कम करने के लिए सोमवार को चीनी अधिकारियों के साथ बात की है. सेना प्रमुख बातचीत के बारे में जानकारी लेंगे, साथ ही आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
भारत और चीन के शीर्ष सैन्य कमांडरों के बीच सोमवार को हुई बैठक के दौरान दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमत हुई हैं. एक अधिकारी ने बताया कि यह बातचीत, ‘सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल’ में हुई और यह निर्णय लिया गया कि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों को अमल में लायेंगे.
सोमवार को भारतीय पक्ष नें 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह की अगुवाई में और चीनी पक्ष ने तिब्बत सैन्य जिला कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन की अगुवाई में करीब 11घंटे तक बातचीत की. भारत और चीनी सेना के बीच 15 जून को गलवान घाटी में हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद चरम पर पहुंचे तनाव के बीच यह वार्ता हुई.
भारत ने इस घटना को चीनी सैनिकों की ‘सोची समझी और नियोजित कार्रवाई’ करार दिया था. वार्ता में भारतीय पक्ष ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों पर ‘पूर्वनियोजित’ हमले का मामला प्रमुखता से उठाया और पूर्वी लद्दाख के सभी इलाकों से तत्काल चीनी सैनिकों को हटाने की मांग की.