सेना भर्ती घोटाला : सैन्य अफसरों के रिश्तदारों तक पहुंचती रही घूस की रकम, पूरे देश में फैला है घोटालेबाजों का नेटवर्क, जानें पूरा मामला
Army Recruitment Scam news : सेना भर्ती घोटाले मामले में जालसाजों का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. यह नेटवर्क इस कदर फैला हुआ है कि घूस की रकम बड़ी ही आसानी से सैन्य अफसरों की पत्नी, माता-पिता, बहनोई, गर्लफ्रेंड और रिश्तेदारों तक पहुंचती रही और किसी को भनक तक नहीं लग सकी. ये तो मामले की शिकायत होने पर सीबीआई ने जब मामले में शामिल अफसरों के ठिकानों पर कार्रवाई शुरू की, तब परत-दर-परत बातें खुलने लगी हैं.
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मेडिकल टेस्ट में पास कराने के नाम पर वसूली जाती रही रिश्वत की रकम
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ब्रिगेडियर (सतर्कता) वीके पुरोहित की शिकायत पर सीबीआई ने की कार्रवाई
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लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 5 सैन्य अफसरों समेत दो दर्जन पर गिरी गाज
Indian Army Recruitment 2021 : सेना भर्ती घोटाले मामले में जालसाजों का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. यह नेटवर्क इस कदर फैला हुआ है कि घूस की रकम बड़ी ही आसानी से सैन्य अफसरों की पत्नी, माता-पिता, बहनोई, गर्लफ्रेंड और रिश्तेदारों तक पहुंचती रही और किसी को भनक तक नहीं लग सकी. ये तो मामले की शिकायत होने पर सीबीआई ने जब मामले में शामिल अफसरों के ठिकानों पर कार्रवाई शुरू की, तब परत-दर-परत बातें खुलने लगी हैं.
मेडिकल टेस्ट में पास कराने के नाम पर की जाती थी वसूली
सेना के भरोसेमंद सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर दी जा रही है कि सैन्य अधिकारियों और इस मामले से जुड़े अन्य लोगों ने अस्थायी तौर पर खारिज किए गए अभ्यर्थियों से रिश्वत लेकर मेडिकल टेस्ट में पास कराया जाता रहा. सेना में भर्ती की जांच जब सतर्कता विभाग से कराई गई, तो एक बड़ा घोटाला सामने आया. इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल और मेजर समेत दो दर्जन सैन्य अफसर, उनके रिश्तेदार और जान-पहचान के लोगों के शामिल होने की पुष्टि हुई.
किन-किन अफसरों के रिश्तेदारों के पास पहुंची घूस की रकम?
मीडिया की खबरों के अनुसार, सेना ने पूरे देश में घोटाला करने वालों के नेटवर्क को लेकर आशंका जताई है. इस घोटाले का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. खबर के अनुसार, सेवा चयन बोर्ड के उत्तर केंद्र पंजाब के कपूरथला के ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर मेजर भावेश कुमार की पत्नी देव्यानी, उनके पिता सुरेंद्र कुमार और मां उषा कुमावत तक भी घूस की रकम पहुंचाई गई है. इसके साथ ही, कपूरथला के लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह के बहनोई, पालम विहार, दिल्ली निवासी भूपेंद्र बजाज भी आर्थिक लाभ पाने वालों में शामिल हैं.
क्या है मामला?
सीबीआई ने ब्रिगेडियर (सतर्कता) वीके पुरोहित की शिकायत पर छापेमारी की कार्रवाई की है. शिकायत में आरोप लगाया गया था कि 28 फरवरी 2021 को जानकारी मिली की नई दिल्ली के बेस हॉस्पिटल में अस्थायी तौर पर खारिज किए गए अधिकारी अभ्यर्थियों की समीक्षा चिकित्सा परीक्षा को पास कराने के लिए सेवारत कर्मी कथित रूप से रिश्वत लेने में शामिल हैं. शिकायत में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल भगवान फिलहाल अध्ययन अवकाश पर हैं और नायब सुबेदार कुलदीप सिंह एसएसबी केंद्रों में संभावित अधिकारी अभ्यर्थियों से रिश्वत मांगने में कथित रूप से शामिल हैं.
सीबीआई ने दो दर्जन लोगों के खिलाफ की कार्रवाई
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सेवा चयन बोर्ड केंद्रों के जरिए सेना में अफसरों की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार को लेकर लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 5 सैन्य अफसरों और 12 अन्य कर्मियों समेत छह असैन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मामले के संबंध में दिल्ली के छावनी स्थित बेस हॉस्पिटल समेत 13 शहरों के 30 स्थानों पर तलाशी ली गई है. उन्होंने बताया कि यह तलाशी अभियान कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापत्तनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहाट और चिरांग में चलाया गया.
कर्नल भगवान भर्ती गिरोह का मास्टरमाइंड
अधिकारियों ने बताया कि सेना हवाई रक्षा कोर का लेफ्टिनेंट कर्नल एमसीएसएनए भगवान भर्ती गिरोह का कथित मास्टरमाइंड है और उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि तलाशी के दौरान भर्ती प्रक्रिया से संबंधित कई अपराध संकेती दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनकी आगे की तहीकात के लिए जांच की जा रही है.
कौन-कौन हैं घोटाले में शामिल?
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने सेना के 17 कर्मियों और अधिकारियों के संबंधियों समेत छह असैन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एजेंसी ने कहा कि 31 एसएसबी केंद्र उत्तर के लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह, 6 माउंटेन डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल वाईएस चौहान, भर्ती महानिदेशालय के लेफ्टिनेंट कर्नल सुखदेव अरोड़ा, लेफ्टिनेंट कर्नल विनय, जीटीओ, चयन केंद्र दक्षिण, बेंगलुरु और मेजर भावेश कुमार ने कथित रूप से अभ्यर्थियों के चयन में मदद की.
मेजर भावेश ने 10-15 अभ्यर्थियों से वसूली घूस की रकम
प्रवक्ता जोशी के अनुसार, आरोप है कि अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों को कई लाख रुपये की रिश्वत दी गई. लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह और मेजर भावेश कुमार ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से 10-15 अभ्यर्थियों से रिश्वत की अघोषित राशि प्राप्त की थी. एजेंसी ने मेजर भावेश कुमार की पत्नी देवयानी, उनके पिता सुरेंद्र कुमार और मां ऊषा कुमावत को पैसे लेने के आरोप में प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाया है.
Posted by : Vishwat Sen