रिपब्लिक टीवी के चीफ एडिटर अर्नब गोस्वामी इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक आत्महत्या के मामले में जेल में बंद हैं. उन्होने मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया कहा, पुलिस उनके साथ अच्छा अत्याचार किया जा रहा है और उन्हें अपने वकील से भी बात नहीं करने दिया जा रहा. एक वीडियो रिपब्लिक टीवी की तरफ से जारी किया गया है जिसमें अर्नब यह आऱोप लगा रहे हैं
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अर्नब ने कहा, मैंने पुलिस वालों से आग्रह किया कि कृपया मुझे मेरे वकील से बात करने दें लेकिन इन्होंने मना कर दिया मैं सभी से यही कह रहा हूं कि मेरी जान खतरे में है. मेरे पुलिस कस्टडी रद्द कर दी गयी है यह लोग मुझे सिर्फ रात में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. आज सुबह इन्होंने मुझे घसीटा . सभी यह देख रहे हैं कि मेरे साथ क्या हो रहा है. ये लोग सभी प्रक्रिया को धीरे कर रहे हैं ताकि मुझे जेल में बंद रख सकें. मैं सुप्रीम कोर्ट से अपील करता हूं कि कृपया मुझे बेल दीजिए.
अर्नब गोस्वामी को उनके घर से 4 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें पर इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है. अन्वय नाइक ने अपनी सुसाइड नोट में अर्नब गोस्वामी के साथ- साथ दो और लोगों के नाम लिखे थे. अपनी और मां की आत्महत्या के लिए अन्वय ने इन्हें दोषी ठहराया था.
4 नवंबर को उन्हें पहले अलीबाग स्थित प्राइमेरी स्कूल में रखा गया था, जिसके बाद आज सुबह गोस्वामी को तलोजा जेल में शिफ्ट कर दिया गया. तलोबा जेल के एसपी कौस्तुभ कुरलेकर ने कहा, ”बैरक में शिफ्ट करने से पहले उन्हें कुछ दिनों तक जेल के अंदर बनी क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. ‘
अर्नब औऱ इस मामले से जुड़े दोनों आऱोपी की जमानत याचिका पर सोमवार को फैसला होना है. न्यायमूर्ति एस एस शिंदे तथा न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की पीठ ने शनिवार को इस मामले में दिन भर दलीलें सुनी और तुरंत कोई राहत देने से इनकार कर दिया अर्नब के अलावा इस मामले में फिरोज शेख तथा नीतीश सारदा भी आऱोपी है.इन्होंने ने भी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए जमानत के लिए अपील की है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak