Loading election data...

Article 370, Jammu kashmir: आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में 49 सुरक्षाबल हुए शहीद, 138 आतंकी ढेर

Article 370, Jammu kashmir: आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में आंतकी घटनाओं में कमी आयी है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में इस बात की जानकारी दी

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2020 4:04 PM

Article 370 abrogation, Jammu kashmir: पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर का इतिहास बदला था, आर्टिकल 370 हटाया गया था. बीते वर्ष 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 और 35ए को निरस्त कर दिया था और राज्य का पुनर्गठन कर उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में आंतकी घटनाओं में कमी आयी है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में इस बात की जानकारी दी.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में दिया कि पिछले एक साल में सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंक पर जबरदस्त प्रहार किया है. इस साल एक मार्च से 31 अगस्त तक जम्मू-कश्मीर में विभिन्न आंतकी सरगनाओं समेत 138 से ज्यादा आतंकी ढेर कर दिए गए हैं. घाटी में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कमर लगभग टूट गई है. जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के प्रयास के 176 मामले अगस्त 2019 और जुलाई 2020 के बीच दर्ज किए गए, जिनमें से 111 वह सफल रहे.

केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी दी. इस साल मार्च से अगस्त के बीच सुरक्षा बलों ने 138 आतंकियों को मार गिराया और 49 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए, राज्य में आतंकवादी घटनाओं में 45 नागरिक भी मारे गए है. वहीं पाकिस्तान के तरफ से LOC पर किये गये संघर्ष विराम उल्लंघन में अगस्त 2019 से सितम्बर 2020 तक 25 सुरक्षाकर्मियों और 26 नागरिकों की मौत हो गयी.

केंद्र सरकार के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल कश्मीर में आतंकी घटनाओं में 53 फीसदी की कमी आई है.जम्मू-कश्मीर के इतिहास में यह पहली बार है कि चार मुख्य आतंकी संगठनों- हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैय्यबा, जैश-ए- मुहम्मद और अंसर गजवत- उल-हिंद के टॉप कमांडर चार महीने के भीतर मारे जा चुके हैं. आंकड़े बताते हैं कि 2018 में 583, 2019 में 849 और 2020 में अब तक 444 आतंकियों और उनके मददगारों को गिरफ्तार किया गया है.

Next Article

Exit mobile version