Arunachal Pradesh: तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले पेमा खांडू के बारे में जानें खास बातें
Arunachal Pradesh: पेमा खांडू ने लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. जानें उनके बारे में खास बातें
Arunachal Pradesh: बीजेपी नेता पेमा खांडू ने लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. मुक्तो विधानसभा क्षेत्र से विधायक खांडू को राज्यपाल के टी परनाइक ने शपथ दिलाई. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई अन्य नेता मौजूद थे. दोरजी खांडू स्टेट कन्वेंशन सेंटर में समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 11 अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. इन मंत्रियों में उपमुख्यमंत्री चौना मीन, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पीडी सोना, बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बियुराम वाहगे और पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल की पत्नी दासंगलू पुल शामिल हैं.
पेमा खांडू की नई सरकार में दासंगलू पुल अकेली महिला मंत्री हैं, वहीं नये मंत्रिमंडल में आठ नये चेहरे शामिल हैं. खबरों की मानें तो विभागों का आवंटन शाम को किया जाएगा, जिसके बाद नयी सरकार की पहली बैठक होगी. आपको बता दें कि बीजेपी 60 सदस्यीय विधानसभा में 46 सीट पर जीत हासिल कर लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई है.
जानें कौन हैं पेमा खांडू?
पेमा खांडू की बात करें तो उनका जन्म 21 अगस्त 1979 को हुआ. 37 साल की उम्र में ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद हासिल कर ली थी जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी. अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के सबसे बड़े बेटे पेमा खांडू है. उन्होंने दिल्ली के हिंदू कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की. दोरजी खांडू के निधन के बाद पेमा ने पिता के विधानसभा क्षेत्र मुक्तो से चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया. साल 2011 में उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत का परचम लहराया. पेमा खांडू 2014 में अरुणाचल के पर्यटन तथा जल संसाधन मंत्री के पद पर रह चुके हैं. पेमा ने अपने सियासी सफर की शुरुआत 2005 में की. इस साल उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में चुना गया था. इसके बाद उन्हें 2010 में तवांग जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष चुना गया था.
2019 के चुनाव का हाल
2019 के चुनाव की बात करें तो इसमें बीजेपी ने दोनों लोकसभा सीट और 41 विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. वहीं जनता दल (यूनाइटेड) ने सात विधानसभा सीट पर जीत का परचम लहराया था. इस साल एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) ने पांच, कांग्रेस ने 4 और पीपीए (पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल) ने 1 सीट जीती थी. इनके अलावा दो निर्दलीय उम्मीदवार भी इस साल जनता के द्वारा चुने गए थे.