राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस तरह से कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक मंत्री को बहुत पसंद आ रहा है. वे सभी राज्यों से ‘‘दिल्ली मॉडल” का अनुकरण करने की बात कह रहे हैं.
दरअसल, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को कहा है कि देश में सभी राज्यों को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए ‘‘दिल्ली मॉडल” का अनुकरण करने की आवश्यकता है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा, मैं राज्य सरकार (तेलंगाना) से जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने और इलाज पर ध्यान केंद्रित करने का अनुरोध कर रहा हूं. तेलंगाना में जांच की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है. जितनी अधिक संख्या में जांच होगी उतनी ही तेजी से यह बीमारी काबू में आएगी.
आगे उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश होने के नाते दिल्ली पर मैं निजी तौर पर नजर रख रहा हूं. दिल्ली में स्वस्थ होने की दर 84 फीसदी है. सभी राज्यों को दिल्ली मॉडल का अनुकरण करना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने तेलंगाना आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान का दौरा किया जिसे एक अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भविष्य में भी केंद्र सरकार तेलंगाना को पीपीई किट्स और वेंटीलेटर्स पर्याप्त संख्या में भेजेगी.
रेड्डी ने कहा, राज्य सरकार को कोविड-19 के इलाज में लगे चिकित्सा पेशेवरों का ध्यान रखना चाहिए. सभी अस्पतालों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो. केंद्र ने तेलंगाना को 1,200 वेंटीलेटर्स मुहैया कराए हैं. राज्य में एन-95 मास्क, पीपीई किट्स और एचसीक्यू गोलियां भी भेजी जा रही हैं. उन्होंने बिना लक्षण वाले मरीजों से घर पर पृथक-वास करने और बाहर न निकलने का अनुरोध किया ताकि यह बीमारी न फैले. केंद्रीय मंत्री ने लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में भीड़ न लगाने और सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने की भी सलाह दी.
आपको बता दें कि देश में शनिवार को एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 57,118 मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 16,95,988 हो गए जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़कर 10,94,374 हो गई है. पिछले 24 घंटे में जिन 764 और लोगों की मौत हुई है उनमें 27 दिल्ली से हैं. दिल्ली में संक्रमण का मामला धीरे-धीरे कम होता नजर आ रहा है. अब तक कुल हुई 36,511 मौत में से सबसे अधिक 14,994 मौत महाराष्ट्र में हुई है. इसके बाद दिल्ली में 3,963 मौतें हुईं हैं.
Posted By : Amitabh Kumar