Punjab Assembly elections 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी एड़ी चोटी एक कर रहे हैं. जनता के बीच जाकर वादें किए जा रहे हैं. 2017 में पंजाब में प्रमुख पार्टी बन कर उभरी आम आदमी पार्टी इस बार सत्ता पर काबिज होना चाहती है. इसके लिए कई रैलियां और कैपेंन भी चलाए जा रहे हैं. वहीं, शनिवार यानी आज दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में वकीलों से मुलाकात की औऱ उन्हें लुभाने की पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी में शामिल होने का निवेदन किया.
अरविंद केजरीवाल ने वकीलों से मुलाकात के दौरान कई वादे करते हुए कहा कि हम वकीलों के चैंबर बनवाएंगे, मेडिकल व लाइफ इंश्योरेंस, स्टाइपेंड देंगे और हाईकोर्ट के बेंच भी बनाएंगे. मैं पंजाब के 80,000-85,000 वकीलों से निवेदन करना चाहता हूं कि सब आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाओ. वहीं, आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी आम आदमी पार्टी इस बार ‘केजरीवाल नू’ कैपेंन से खुद की चमक बढ़ाने की कोशिश में हैं. 2017 में आप पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी बन कर उभरी थी.
आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद पिछले कुछ सालों में पंजाब में आम आदमी पार्टी की चमक कम हुई है. लेकिन ‘एक मौका केजरीवाल नू’ कैपेंन से आप में नई जान आने की उम्मीद जग गई है. इस कैंपेन की गुंज पंजाब के कई क्षेत्रों में सुनाई दे रही है. माजा, माल्वा और दाओबा में इसका खास असर देखने को मिल सकता है. बता दें ये तीनों ही राजनीतिक दृष्टीकोण से खास क्षेत्र हैं क्योंकि माजा में पंजाब की 24 विधानसभा सीटें तो माल्वा में 67 सीटें तो वहीं दाओबा में 26 सीटें हैं.