Arvind Kejriwal Resignation : सुनीता केजरीवाल होंगी दिल्ली की सीएम? मनीष सिसोदिया और राघव चड्ढा मिले अरविंद केजरीवाल से
Arvind Kejriwal Resignation : दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए सोमवार शाम को आम आदमी पार्टी (आप) की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक सहित कई बैठकें होने की संभावना है. इस बीच मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की है.
Arvind Kejriwal Resignation : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे की खबर दी जिसके बाद से कयासों का दौर जारी है. सीएम पद की रेस में कई नाम हैं. आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान राघव चड्ढा भी नजर आए. केजरीवाल ने एक दिन पहले ही घोषणा की थी कि वह अपने पद से इस्तीफा देंगे और तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक जनता उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र नहीं दे देती.
पार्टी के एक पदाधिकारी की ओर से जानकारी दी गई थी कि केजरीवाल और सिसोदिया सोमवार को मुलाकात करेंगे. उनके (केजरीवाल के) फैसले के बाद यह उनकी पहली बैठक हुई. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच अगले मुख्यमंत्री को लेकर भी चर्चा हुई है. बैठक सिविल लाइंस इलाका स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर हुई.
ये नाम दिल्ली सीएम की रेस में आगे
आबकारी नीति से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिन में वह ‘आप’ के विधायकों की बैठक करेंगे और उनकी पार्टी के किसी सहकर्मी को मुख्यमंत्री चुना जाएगा. आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर होने वाली है. मुख्यमंत्री के संभावित दावेदारों में दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान, आप प्रमुख केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सहित दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत के नामों की चर्चा है.
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अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार की पाठशाला के प्रिंसिपल : बीजेपी
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को एहसास हो गया है कि दिल्ली की जनता उन्हें एक भ्रष्ट व्यक्ति के रूप में देखती है. वह भारतीय राजनीति में एक वाइल्ड कार्ड थे, लेकिन आज वह भ्रष्टाचार का कार्ड बन चुके हैं. जब वह जेल में थे, तो उन्हें फीडबैक मिला कि दिल्ली की जनता उनसे सवाल कर रही है. उन्हें अपनी पार्टी पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह दिल्ली में एक अस्थायी सीएम थोपने जा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल समझ गए हैं कि राहुल गांधी उनके खिलाफ हैं. इंडिया गठबंधन एक मजाक और अवसरवादी गठबंधन है. अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार की पाठशाला के प्रिंसिपल हैं.
(इनपुट पीटीआई)