Asaduddin Owaisi: संभल जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनाने पर भड़के ओवैसी, कहा- स्कूल-कॉलेज क्यों नहीं बनवा सकते
Asaduddin Owaisi: संभल में जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनाने को लेकर AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया है. ओवैसी ने कहा कि बीजेपी सरकार सांप्रदायिक है. वो राज्य में भेदभाव पूर्ण नीति अपना रही है. उन्होंने कहा कि सरकार संभव में पुलिस चौकी बनवा सकती है, लेकिन स्कूल-कॉलेज या अस्पताल नहीं बनवा सकती.
Asaduddin Owaisi: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला है. संभल में जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनाने को लेकर ओवैसी यूपी सरकार पर हमलावर हैं. ओवैसी ने कहा है कि बीजेपी सरकार मुस्लिमों के साथ भेदभाव पूर्ण बर्ताव कर रही है. ओवैसी ने एक स्टडी रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि जिन इलाकों पर मुसलमानों की संख्या अधिक है वहां सरकार सार्वजनिक सेवाएं देने में विफल रही है. ओवैसी ने यह भी कहा कि जब बीजेपी सरकार मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनवा सकती है तो स्कूल-कॉलेज या अस्पताल क्यों नहीं खोल सकती.
ओवैसी ने क्या कहा
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अध्ययन में जो कहा गया है उसके मुताबिक जिन इलाकों में मुस्लिमों की संख्या अधिक है वहां सरकार सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में विफल रही है. वहीं स्कूल, कॉलेज या अस्पतालों की संख्या काफी कम है. ओवैसी ने कहा कि डार्टमाउथ कॉलेज, एमआईटी के पॉल लोवोसाड की ओर से किये गए अध्ययन में बताया गया है कि सरकार ने सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में कितना भेदभाव दिखाया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि संबल के ऐतिहासिक मस्जिद के ठीक सामने एक पुलिस चौकी का निर्माण कर सकते हैं. आप संभल में स्कूल, कॉलेज और अस्पताल क्यों नहीं बना सकते?
स्कूल छोड़ने में मुस्लिम बच्चियों की दर सबसे ज्यादा- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि मुस्लिम महिलाओं में स्कूल छोड़ने की दर सबसे अधिक है. मुसलमानों में साक्षरता दर कम है. यह सर्वविदित तथ्य है कि मुस्लिम समुदाय में स्नातकों की संख्या सबसे कम है. विभिन्न चिकित्सा मुद्दे हैं तो उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार इन समस्याओं को हल करने में रुचि क्यों नहीं रखती है, जैसा कि वे दावा करते हैं कि वे एक विकसित भारत चाहते हैं, तो फिर आप ये सभी सेवाएं क्यों नहीं देते, लेकिन आपकी सांप्रदायिक मानसिकता है और आप यह संदेह पैदा करके उस सांप्रदायिक मानसिकता को मजबूत कर रहे हैं कि इन मुस्लिम इलाकों की पुलिस चौकियों की ओर से सीसीटीवी से निगरानी की जानी चाहिए.
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