हैदराबाद : ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों को अभिव्यक्ति और बोलने की और अधिक स्वतंत्रता देने की जरूरत है, जहां उन्हें पहनावे और धर्म के आधार पर निशाना नहीं बनाया जाए.
भाजपा के घोषणापत्र में यूसीसी शामिल
तेलंगाना में भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में यूसीसी लागू करने, अयोध्या में राम मंदिर और काशी के लिए वरिष्ठ नागरिकों की निशुल्क यात्राएं आयोजित करने समेत अन्य वादों पर प्रतिक्रिया देते हुए हैदराबाद के सांसद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा देश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय इस तरह की चीजों में शामिल रहती है. भाजपा ने 18 नवंबर को कहा था कि तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य में यूसीसी लागू की जाएगी.
तेलंगाना चुनाव के लिए अमित शाह ने जारी किया था घोषणापत्र
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है, तो वह छह महीने के अंदर तेलंगाना में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए समिति बनाएगी. अमित शाह पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि जहां तक यूसीसी की बात है, तो मैं चाहता हूं और उम्मीद करता हूं कि अमित शाह आदिलाबाद, खम्मम और वारंगल जाकर सभी आदिवासियों के बीच खड़े हों और उन्हें यूसीसी के लागू होने के बारे में बताएं. उनमें वहां जाकर यह कहने का बौद्धिक साहस नहीं है, क्योंकि आदिवासी भाजपा को नकार देंगे.
ओवैसी भाजपा-कांग्रेस को बताया अहंकारी
एआईएमआईएम पर हमला बोलने वाले भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि यह उनका राजनीतिक अहंकार है. उन्हें एआईएमआईएम की ताकत पता चल गई है कि यह तेलंगाना में शक्तिशाली राजनीतिक दल है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा की राजनीति नफरत पर आधारित है. एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि इसलिए मैं कहता हूं कि तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष (ए रेवंत रेड्डी) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं और आज कांग्रेस (तेलंगाना में) का रिमोट कंट्रोल मोहन भागवत के पास है.