अशोक गहलोत-सचिन पायलट की तकरार खत्म! साथ मिलकर लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, कोई मनमुटाव नहीं
राजस्थान में साल के आखिरी में विधानसभा के चुनाव होने है. ऐसे में जहां राज्य में प्रमुख दो पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने होगी, वहीं कांग्रेस के दो फाड़ पर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे है.
Rajasthan Vidhansabha Election : राजस्थान में साल के आखिरी में विधानसभा के चुनाव होने है. ऐसे में जहां राज्य में प्रमुख दो पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने होगी, वहीं कांग्रेस के दो फाड़ पर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट चुनाव में साथ दिखेंगे या दोनों के तेवर तल्ख होंगे. ऐसे कई सवाल राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों के मन में है. इन सवालों पर एक अल्प-विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में कांग्रेस संगठन के एकजुट होने का दावा करते हुए बीते दिन 11 अगस्त को कहा था कि पार्टी राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेगी और नेताओं के बीच किसी भी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य में एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनेगी. अशोक गहलोत के इस बयान से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश देखने को मिल रहा है.
बता दें कि कांग्रेस के लोकसभा पर्यवेक्षकों तथा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में गहलोत ने यह बात कही. उन्होंने कहा है कि सबकी एक राय है कि राजस्थान में सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे. कोई मनमुटाव नहीं है, मतभेद नहीं है. अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘छोटे-मोटे मतभेद तो हिंदुस्तान में किस राजनीतिक पार्टी में नहीं होते हैं… पर सबकी मंशा एक है … हमें चुनाव जीतना है और सरकार फिर बनानी है. उस पर सबकी एक राय है.’’
उन्होंने कहा कि राजस्थान के चुनाव केवल राजस्थान के लिए नहीं हैं ये चुनाव देश के भविष्य को लेकर हैं. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनकी सरकार गिराने की कोशिश की थी लेकिन यह जनता के आशीर्वाद से बच गई. साथ ही उन्होंने दावा दिया है कि पीएम मोदी और अमित शाह की इच्छा पूरी नहीं हुई, उनके दिल में आग लगी हुई है.
उन्होंने कहा है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी की इच्छा पूरी नहीं हुई, उनके दिल में आग लगी हुई है.. जब सरकार नहीं गिरने दी … बाद में इन्होंने और प्रयास किया लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला कि कामयाब हों. वो आग आज भी इनके दिलों में लगी हुई है…कि वो बदला लेंगे, इन चुनाव में.’’ गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘उसी रूप में मोदी जी (इस साल) छह दौरे कर चुके हैं. अमित शाह जी कोई कमी नहीं रख रहे. गृह मंत्रालय में बैठकर षड्यंत्र रचे जा रहे हैं… हमें इसकी जानकारी है.’’
अशोक गहलोत ने कहा कि जनता सब देख रही है और एक बार फिर कांग्रेस की सरकार दोहराएगी. उन्होंने कहा कि इस बार बहुमत नहीं भारी बहुमत रहेगा और ‘मिशन-156’ (200 विधानसभा सीटों में से 156 सीटें जीतने के लिए) के साथ चुनाव लड़ेंगे. गहलोत ने यह भी कहा कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए ‘कर्नाटक मॉडल’ लागू किया जाएगा और उम्मीदवारों की एक सूची सितंबर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में जारी की जाएगी. इससे पहले हुई बैठकों में कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा व वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसुदन मिस्त्री ने भी भाग लिया.