अशोक गहलोत बोले- राहुल गांधी को कमजोर करने की रची गयी साजिश
अशोक गहलोत ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा ने काफी लोकप्रियता हासिल की है. जिससे केंद्र सरकार डर गयी है. जब (भारत जोड़ो) यात्रा निकाली जा रही थी और राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही थी, उन्होंने (भाजपा) एक युवा नेता को कमजोर करने की साजिश रची.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व सांसद राहुल गांधी के समर्थन में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, राहुल गांधी को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है.
भारत जोड़ो यात्रा की लोकप्रियता से बड़ गयी है मोदी सरकार
अशोक गहलोत ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा ने काफी लोकप्रियता हासिल की है. जिससे केंद्र सरकार डर गयी है. जब (भारत जोड़ो) यात्रा निकाली जा रही थी और राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही थी, उन्होंने (भाजपा) एक युवा नेता को कमजोर करने की साजिश रची. इनका साजिश रचने का इतिहास रहा है. वे अदाणी के खिलाफ आरोपों और सवालों का जवाब नहीं दे सके.
प्रधानमंत्री अदाणी का नाम तक नहीं ले रहे : गहलोत
राजस्थान के सीएम ने कहा, अपने 50 साल के राजनीतिक करियर में मैंने पहली बार देखा है कि कोई मुद्दा आया हो, आरोप लगे लेकिन नेता उसपर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. आजादी के बाद पहली बार देखा कि कोई प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे रहा है. जवाब तो दूर प्रधानमंत्री तो अदाणी का नाम लेने को भी तैयार नहीं हैं.
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सजा सुनाये जाने के बाद पहली बार राहुल गांधी ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
सूरत कोर्ट से मोदी सरनेम मामले में दो साल की सजा सुनाये जाने और सांसदी छीन जाने के बाद राहुल गांधी ने रविवार को धमाकेदार प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, उन्हें हमेशा के लिए अयोग्य ठहरा दिया जाए या फिर उन्हें जेल में ही क्यों न डाल दिया जाए, वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ते रहेंगे.
राहुल ने कहा, उनका नाम सावरकर नहीं गांधी है और गांधी माफी नहीं मांगते
राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि वह डरने वाले नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि उनका नाम ‘सावरकर नहीं गांधी है’ और गांधी माफी नहीं मांगते. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने इस कदम से विपक्षी दलों को एक बड़ा हथियार पकड़ा दिया है जिसका उन्हें फायदा मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि उन्हें अयोग्य ठहराया गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात से डरे हुए थे कि संसद में उनका (राहुल) अगला भाषण भी अदाणी मामले पर होने वाला था. कांग्रेस नेता ने उनका समर्थन करने वाले विपक्षी दलों का धन्यवाद किया और कहा कि सब मिलकर काम करेंगे.