अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की गुजरात यात्रा पर कसा तंज, अरविंद केजरीवाल को कहा ‘मोदी का भाई’
अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश चुनावों में जीत मिलने के अगले ही दिन से गुजरात का दौरा करना शुरू कर दिया था. दिल्ली (केंद्र) में कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्हें पीएमओ का एक अस्थायी कार्यालय गुजरात में खोल देना चाहिए, ताकि कामकाज सुगमता से चलता रहे.
अहमदाबाद : राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे को लेकर तंज कसा है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बार-बार राज्य की यात्रा करने के मद्देनजर प्रदेश में पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) का एक अस्थायी शाखा बना देना चाहिए. इसके साथ ही, अशोक गहलोत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के गुजरात दौरे पर भी कटाक्ष किया है.
मोदी के भाई जैसे लगते हैं केजरीवाल
मीडिया से बातचीत करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हावभाव और बोलने की शैली के मामले में वह ‘मोदी के भाई’ जैसे लगते हैं. उन्होंने गुजरात में चुनाव प्रचार पर आप द्वारा खर्च किये जा रहे धन के स्रोत पर भी सवाल उठाया. मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल विधानसभा चुनावों से पहले बार-बार गुजरात का दौरा कर रहे हैं, जबकि कांगेस नेता राहुल गांधी की अनुपस्थिति सुस्पष्ट है.
यूपी में जीत मिलते ही गुजरात का दौरा करने लगे पीएम
गुजरात चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश चुनावों में जीत मिलने के अगले ही दिन से गुजरात का दौरा करना शुरू कर दिया था. दिल्ली (केंद्र) में कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्हें पीएमओ का एक अस्थायी कार्यालय गुजरात में खोल देना चाहिए, ताकि कामकाज सुगमता से चलता रहे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत व्यस्त व्यक्ति होते हैं. उन्हें बार-बार राज्य का दौरा क्यों करना चाहिए? उनका नाम भर ही पर्याप्त है. क्या यह छोटी बात है कि इस राज्य के नेता प्रधानमंत्री हैं? (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह भी यहां डेरा डाल रहे हैं.
मोदी-शाह के कार्यक्रम पर सरकारी पैसा खर्च
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी और शाह के कार्यक्रम को सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है, जबकि भाजपा के पास संसाधनों की कमी नहीं है. गहलोत ने आरोप लगाया कि जिस तरह से संविधान को रौंदा जा रहा है, लोकतंत्र खतरे में है, देश उस बारे में चिंतित है. प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यक्रमों पर जिस तरह से धन खर्च किया जा रहा है, वे चुनाव जीतने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं.
चुनावी बॉन्ड एक बड़ा घोटाला
अशोक गहलोत ने चुनावी बॉन्ड को एक बड़ा घोटाला बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के खतरे में होने के कारणों में से एक है. उन्होंने सवाल किया कि यदि सारा धन एक पार्टी के पास जाएगा और अन्य पार्टी के पास कोई धन नहीं होगा, तो उन्हें समान अवसर कैसे मिलेगा. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सीमित संसाधनों से चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कांग्रेस के एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी होने का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा उत्तर भारत में चुनाव जीत सकती है, लेकिन यह कांग्रेस है जिसने लोकतंत्र को बरकरार रखा है. उन्होंने कहा कि यदि लोकतंत्र नहीं रहता, तो मोदी प्रधानमंत्री कैसे बनते?”
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गुजरात में बदलाव होगा
अशोक गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस बारे में कुछ साहस दिखाने का अनुरोध किया कि राज्य में मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के जैसा होता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन लोगों को ही टिकट देगी, जिनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध नहीं हो और जीतने के बाद पार्टी नहीं छोड़ कर जाएं. उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग बदलाव चाहते हैं और बदलाव होगा. हमारा अभियान शुरू हो गया है. हम सीमित संसांधनों से चुनाव लड़ रहे हैं, वे धन का दुरुपयोग कर रहे हैं, इसलिए उन्हें चिंता करनी चाहिए.