असम स्थित मोइदम को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है. यह निर्णय भारत में पहली बार आयोजित किये जा रहे विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46वें सत्र में लिया गया है. मोइदम इस उपलब्धि के साथ पूर्वोत्तर भारत की पहली सांस्कृतिक संपत्ति बन गयी है. मोइदम, असम के अहोम वंश के शासको का एक शाही कब्रिस्तान है. असम में अहोम वंश के सदस्यों को उनकी प्रिय वस्तुओं के साथ टीलेनुमा ढ़ाचे में दफनाया जाता था, इस व्यवस्था को मोइदम कहा जाता है. ताई-अहोम राजवंश ने असम पर लगभग 600 साल तक शासन किया था. यूनेस्को के मुताबिक, मोइदम गुंबददार कक्ष (चाव-चाली) हैं, जो आम तौर पर दो मंजिला हैं और इनमें प्रवेश के लिए एक धनुषाकार मार्ग होता है. अर्धगोलाकार मिट्टी के टीलों के ऊपर ईंटों और मिट्टी की परतें बिछायी जाती हैं.
इसी के साथ भारत के कुल 43 विरासत स्थलों को यूनेस्को की सूची में स्थान मिल चुका है. यूनेस्को तीन श्रेणियों (प्राकृतिक, सांस्कृतिक और मिश्रित) में विरासत स्थलों की सूची जारी करता है. मोइदम को एक सांस्कृतिक स्थल के रूप में यूनेस्को की सूची में स्थान मिला है. इस तरह यूनेस्को मे दर्ज भारतीय सांस्कृतिक स्थलों की संख्या 35 हो गयी है. मोइदम को विश्व धरोहर सूची में शामिल कियो जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह बेहद खुशी और गर्व की बात है. वहीं, ‘मोइदम’ को विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने के बाद केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो गया है.
शेखावत ने ‘मोइदम’ के असाधारण सार्वभौमिक मूल्य को समझने के लिए (यूनेस्को) और विश्व धरोहर समिति का आभार जताया. डब्ल्यूएचसी का सत्र 21 जुलाई से 31 जुलाई तक यहां भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें दुनिया भर से प्राप्त 27 नामांकनों की समीक्षा की जाएगी, जिनमें 19 सांस्कृतिक स्थल, चार प्राकृतिक स्थल और दो मिश्रित स्थल शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ‘मोइदम’ को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह अहोम राजवंश की शाश्वत पद्धति के प्रमाण हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इसके लिए पीएम मोदी और केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र शेखावत का आभार जताया.
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देश के लिए खुशी व गर्व का पल : पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर कहा कि यह भारत के लिए बेहद खुशी और गर्व की बात है कि मोइदम ने विश्व धरोहर सूची में जगह बनायी है. पीएम मोदी ने कहा कि चराई देव स्थित मोइदम, उस गौरवशाली अहोम संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं, जो अपने पूर्वजों के प्रति अपार श्रद्धा रखती है. मुझे उम्मीद है कि महान अहोम शासन और संस्कृति के बारे में और अधिक लोग जानेंगे. मुझे खुशी है कि मोइदम को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है.