फरार खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस अब तक पकड़ नहीं पायी है. दूसरी ओर खबर है कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने इस मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को धमकी दी है. जिसमें कहा गया कि लड़ाई केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से है, बीच में न पड़ें. दरअसल खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के कुल 8 सहयोगी वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में बंद हैं. 19 मार्च से जेल में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जब ‘वारिस पंजाब दे’ के चार सदस्यों को वहां लाया गया था. जिसके बाद ही धमकी भरे कॉल आये है.
अमृतपाल और खालिस्तानी मामले से दूर रहने की धमकी
बताया जा रहा है कि गुरपतवंत सिंह पन्नून और उनके संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के लोगों ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को अमृतपाल सिंह और खालिस्तानी मामले से दूर रहने की चेतावनी दी है. कथित रूप से उन्होंने धमकी देते हुए कहा, खालिस्तानी समर्थकों की लड़ाई नरेंद्र मोदी और सरकार से है. इस मामले में असम के सीएम न पड़ें और हिंसा के शिकार होने से बचें.
धमकी मिलने के बाद बढ़ायी गयी हिमंत बिस्वा सरमा की सुरक्षा
असम के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, हमें आज एक ओडियो क्लिप मिली जिसमें व्यक्ति खुदको गुरपतवंत सिंह पन्नून बता रहा था और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को धमकी दे रहा था. उसने आरोप लगाया कि असम में सिख समुदाय को प्रताड़ित किया जाता है और उनके साथ गलत बरताव किया जाता है. उन्होंने बताया, CM की सुरक्षा व्यवस्था और पुख़्ता की गई है. आगे की जांच जारी है.
We received an audio clip today in which a man posing as Gurpatwant Singh Pannun was threatening CM Himanta Biswa Sarma. He alleged that the Sikh community in Assam is being harassed and treated unfairly. We have registered a case: GP Singh, Assam DGP pic.twitter.com/CdL2Lt8Bjq
— ANI (@ANI) April 2, 2023
धमकी देने के मामले में केस दर्ज, जांच शुरू
पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. प्राथमिक अनुमान से ओडियो क्लिप गुरपतवंत सिंह पन्नून का लग रहा है. इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट के बाद होगी.
पुलिस ने खालिस्तानी मामले से किया इनकार
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को धमकी दिये जाने के बाद मामले को खालिस्तानी संगठन से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन असम पुलिस इससे इनकार कर रही है. पुलिस महानिदेशक ने कहा, यहां पर खालिस्तानी मामले से जुड़े कोई मामले नहीं आए हैं. हमने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा बनाकर रखी है.
कुछ पत्रकारों को भी आये सीएम को धमकी वाले ऑडियो क्लिप
कुछ पत्रकारों को भेजे गए एक कथित ऑडियो क्लिप में ‘सिख फॉर जस्टिस’ के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू को शर्मा को धमकी देते हुए सुना गया. पन्नू सरकार द्वारा घोषित आतंकवादी है.