Assam News: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने रतन टाटा के साथ तस्वीर शेयर की, युवाओं को दी बड़ी खुशखबरी

Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के साथ अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की. तस्वीर में सरमा टाटा का हाथ थामे दिख रहे हैं. असम के सीएम ने तस्वीर शेयर करने के साथ बताया कि टाटा के साथ एक कौशल विकास केंद्र बनाने पर सहमति हुई है. जो जगीरोड में सेमीकंडक्टर सुविधा परिसर के भीतर होगा. सरमा ने बताया, केंद्र उत्तर प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाएगा. केंद्र का उद्देश्य युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स पाठ्यक्रम प्रदान करना है. साथ ही इससे जगीरोड इकाई में नौकरियां मिलने में भी मदद होगी.

By ArbindKumar Mishra | March 25, 2024 6:45 PM

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर बताया कि पहले से ही असम के 1500 युवा, मुख्य रूप से महिलाएं, बैंगलोर और उसके आसपास टाटा सुविधाओं में प्रशिक्षण ले रहे हैं.

मालूम हो इसी माह 13 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में 1.25 लाख करोड़ रुपये की लागत वाले तीन सेमीकंडक्टर केंद्रों की आधारशिला रखी थी. जिनमें असम के मोरीगांव में 27 हजार करोड़ रुपये के खर्च पर बनने वाला केंद्र भी शामिल है.

टाटा के सेमीकंडक्टर संयंत्र सभी क्षेत्रों को करेंगे चिप आपूर्ति, 72,000 रोजगार पैदा होंगे

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने पिछले दिनों कहा था कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सेमीकंडक्टर संयंत्र धीरे-धीरे चिप की आपूर्ति करके चरणबद्ध तरीके से सभी क्षेत्रों को सेवाएं देंगे और आने वाले वर्षों में लगभग 72,000 रोजगार पैदा करेंगे. चंद्रशेखरन ने गुजरात के धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के 91,000 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित चिप विनिर्माण संयंत्र और असम में 27,000 करोड़ रुपये की चिप असेंबली इकाई के शिलान्यास समारोह में कहा था कि आगे चलकर इन परियोजनाओं का विस्तार भी होगा लेकिन शुरुआती मील के पत्थर पार करने के बाद ही ऐसा होगा. टाटा का चिप संयंत्र 28 नैनोमीटर (एनएम) से 110 नैनोमीटर नोड्स में चिप का उत्पादन करने में सक्षम है. स्मार्टफोन, टैबलेट जैसे उच्च-प्रौद्योगिकी उपकरणों के लिए मुख्य रूप से तीन एनएम, सात एनएम और 14 एनएम जैसे छोटे नोड्स वाले चिप की जरूरत होती है.

सेमीकंडक्टर संयंत्र लगने से बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगीं

चन्द्रशेखरन ने कहा था कि इन संयंत्रों के लगने से बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी. उन्होंने कहा था कि हम यहां 50,000 नौकरियां और असम के संयंत्र में 20,000-22,000 नौकरियां तलाश रहे हैं. लेकिन इसमें समय लगेगा. जैसे-जैसे हम शुरुआती मील के पत्थर पार करेंगे, हम इसका विस्तार करेंगे.

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