Assam News: असम के नगांव जिले के बटाद्रवा थाने में आगजनी के आरोप में रविवार को 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही 15 अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में विशेष डीजीपी (L&O ) जीपी सिंह ने कहा है कि पुलिस थाने में आगजनी मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा. जीपी सिंह ने कहा कि एक स्थानीय निवासी सफीकुल इस्लाम की कथित हिरासत में मौत की भी स्वतंत्र जांच का आदेश दिया गया है.
इन सबके बीच, असम कांग्रेस ने कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी के नेतृत्व में एक सात सदस्यीय कमेटी बनाई है, जो बटाद्रवा जाकर हालात का जायजा लेगी. इस कमेटी में बटाद्रव के विधायक सिबामोनी बोरा भी शामिल हैं. वह वहां के लोगों से इस घटना के मूल कारणों का पता करेंगे और दो दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देंगे. पार्टी ने बयान जारी करके कहा कि यह जानकर स्तब्ध हूं कि कई स्थानीय लोगों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया.
Assam| 7 people were arrested& 15 people were detained in connection with setting fire to Batadraba police station y'day, May 21. SIT will be formed in matter: GP Singh, Special DGP L&O
Have ordered an independent probe into alleged custodial death of Safikul Islam, Singh added pic.twitter.com/gq26LmtafC
— ANI (@ANI) May 22, 2022
असम के नगांव जिले में भीड़ द्वारा एक थाने को आग लगाए जाने के एक दिन बाद ऐसे कई लोगों के घरों को बुलडोजर से ढहा दिया गया. जिनपर आगजनी की घटना में शामिल होने का संदेह था. इसके अलावा ढहाए गए मकानों के नीचे से हथियार-गोलाबारूद और मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
गौरतलब है कि 21 मई को सालनाबोरी गांव में एक स्थानीय निवासी सफीकुल इस्लाम की कथित हिरासत में मौत के बाद बटाद्रवा थाने में आग लगा दी गई थी. इसके बाद गांव के कई निवासियों के घरों को बुलडोजर के जरिये ध्वस्त कर दिया गया. नगांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि जब हम कल तलाशी अभियान के लिए गए, तो हमें सूचना मिली कि आरोपियों ने घरों के अंदर आग्नेयास्त्र और अपराध में इस्तेमाल होने वाला अन्य सामान जमीन के नीचे दबा दिया है. इसलिए, हमें जमीन खाली करनी पड़ी और घरों को ध्वस्त कर दिया गया.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस को एक देशी रिवॉल्वर, 9 एमएम पिस्टल के चार कारतूस और घरों के अंदर जमीन में दबी 6,500 नाइट्रजेपम की गोलियां मिली हैं. लीना डोले ने कहा कि इन लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड है. यहां तक कि उनके जमीन के दस्तावेज भी संदिग्ध हैं. हमने नगांव डीसी से जमीन के दस्तावेजों की पुष्टि के लिए पूरे इलाके का सर्वेक्षण करने को कहा है, क्योंकि ये फर्जी हो सकते हैं.
वहीं, ग्रामीणों ने दावा किया कि इस्लाम के घर को भी ध्वस्त कर दिया गया. हालांकि, जिला प्रशासन ने दावा किया कि उसने रविवार को गांव में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ बेदखली अभियान शुरू किया था. विशेष पुलिस महानिदेशक जी. पी. सिंह ने कहा कि पुलिस स्टेशन में आगजनी में शामिल कई लोगों ने उस जमीन पर कब्जा कर रखा था, जिस पर वे रहते थे और स्वामित्व दिखाने के लिए उन्होंने जाली दस्तावेज बनवाए थे.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने मामला दर्ज कर जिला प्रशासन को सतर्क किया, जिसने बेदखली अभियान चलाया. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि जिला प्रशासन ने छह घरों को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने स्थानीय अधिकारियों पर इस्लाम के रिश्तेदारों के घरों को तोड़ने का भी आरोप लगाया. पुलिस थाने में आगजनी की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर रही है, जबकि इस्लाम की कथित हिरासत में मौत की अलग से जांच की जा रही है.