असम ने रोकी ईंधन की सप्लाई, मेघालय के पेट्रोल पंपों पर मची अफरा-तफरी, जानें क्या है पूरा मामला
मेघालय की राजधानी शिलांग समेत राज्य के कई इलाकों के पेट्रोल पंपों पर वाहन चालकों की भीड़ जमा होने लगी. वाहनों की लगी कतार के कारण कई इलाकों में पूरा ट्रैफिक जाम हो गया. कई जगहों पर पुलिस वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करते नजर आयी.
असम और मेघालय में छिड़ा सीमा विवाद दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. बीते दिन की फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद से दोनों राज्यों का तनाव चरम पर आ गया है. सीमा विवाद के बीच असम ने मेघालय में ईंधन आपूर्ति पर रोक लगा दी है. जिसके बाद मेघालय के पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई है. ईंधन किल्लत से डर से लोग अपने-अपने वाहनों की टंकी फुल कराने में लगे हैं.
वाहनों की कतारों के कारण ट्रैफिक जाम: वहीं, मेघालय की राजधानी शिलांग समेत राज्य के कई इलाकों के पेट्रोल पंपों पर वाहन चालकों की भीड़ जमा होने लगी. वाहनों की लगी कतार के कारण कई इलाकों में पूरा ट्रैफिक जाम हो गया. कई जगहों पर पुलिस वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करते नजर आयी.
असम पेट्रोलियम मजदूर संघ ने लिखा खत: गौरतलब है कि असम पेट्रोलियम मजदूर संघ (APMU) ने आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल सहित सभी पीएसयू तेल विपणन कंपनियों को पत्र लिखकर टैंकरों में ईंधन नहीं भरने करने को कहा है. बता दें, मेघालय में अंतरराज्यीय सीमा पर छह लोगों की मौत के बाद भड़की हिंसा के बीच एपीएमयू ने असम के वाहनों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की है.
बता दें, बीते मंगलवार को असम के वन कर्मियों ने मुकरोह इलाके में एक ट्रक को रोका था, जो कथित रूप से अवैध तरीके से काटी गईं लकड़ियां लेकर जा रहा था. इसी को लेकर हिंसा भड़क गई. वहीं, भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें असम का एक वन कर्मी और मेघालय के पांच नागरिक शामिल थे. इसी के बाद असम में पेट्रोलियम कर्मचारियों के शीर्ष निकाय ने आज यानी गुरुवार को कहा कि असम से जा रहे वाहनों पर हमले की खबरों के बाद मेघालय में ईंधन के परिवहन को रोक दिया है.