Election 2023: कांग्रेस विधायकों के लिए रिजॉर्ट तैयार! दिग्गज नेता ने कहा, ‘हम संभाल लेंगे’
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बयान से फिर कई सवाल खड़े हो रहे है. क्या कांग्रेस फिर अपने विधायकों को रिज़ॉर्ट में भेजेगी? जी हां, यही सवाल एक बयान के बाद फिर से चर्चा में है. आइए जानते है क्या है इसके पीछे का कारण...
Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आ चुके है. अनुमानित परिणाम सामने आने के बाद जहां एक ओर बीजेपी खेमे में खुशी है वहीं, कांग्रेस भी जीत के दम भर रही है. मध्य प्रदेश में लगभग सभी एजेंसियों के द्वारा बीजेपी को बहुमत दिखाई जा रही है वहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर है. इस पोल के बाद नेताओं में भी हलचल तेज है. ऐसे में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बयान से फिर कई सवाल खड़े हो रहे है. क्या कांग्रेस दुबारा अपने विधायकों को रिज़ॉर्ट में भेजेगी? जी हां, यही सवाल एक बयान के बाद फिर से चर्चा में है. आइए जानते है क्या है इसके पीछे का कारण…
डीके शिवकुमार का क्या है बयान ?
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने एक बयान में यह कहा है कि अगर उन्होंने पार्टी हाईकमान की तरफ से आदेश मिलता है तो वह पांचों राज्यों के विधायकों को अकेले संभालने के लिए तैयार है. मीडिया एजेंसी आज तक से बात करते हुए कर्नाटक के सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर HIGH COMMAND कहेगा तो उन 5 राज्यों के विधायकों को संभालने के लिए मैं तैयार हूं.
रिज़ॉर्ट पॉलिटिक्स का सता रहा डर !
ऐसे में इस बयान के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है. 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कई बार एमपी और राजस्थान सरकार पर संकट आया है. जब भी कांग्रेस शासित सरकार को खतरा लगता है तो वह उन्हें इकट्ठा कर किसी एक राज्य में ले जाते थे और एक रिज़ॉर्ट में रखते थे. बीते पांच साल में यह रिज़ॉर्ट पॉलिटिक्स बड़े पैमाने पर सामने आया है. ऐसे में कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता डीके शिवकुमार का ऐसा बयान कई सवालों को फिर से खड़ा कर रहा है.
Also Read: Exit Poll: किसके सिर सजेगा ताज? MP में बीजेपी तो राजस्थान में कांटे की टक्कर!
एग्जिट पोल ने बढ़ाई टेंशन
बता दें कि विधानसभ चुनाव के लिए पांचों राज्यों का एग्जिट पोल कल सामने आया है. एमपी और मिजोरम को छोड़कर बाकी तीनों राज्यों में कांटे की टक्कर होती नजर आ रही है. आइस में अगर एग्जिट पोल ही चुनावी परिणाम में बदले तो सरकार को बहुमत हासिल करने के जतन करनी पड़ सकती है और ऐसे में अगर 5-10 विधायक इधर-उधर हुए तो सरकार बदल सकती है. इसीलिए इस तरह के बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है.