जम्मू यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर ने की खुदकुशी, यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कर दिया गया था निलंबित
अधिकारी ने बताया कि एसोसिएट प्रोफेसर के खिलाफ यूनिवर्सिटी के छात्रों की ओर से यौन उत्पीड़न की शिकायत किए जाने के बाद मामले की जांच यूनिवर्सिटी में यौन उत्पीड़न मामलों से संबद्ध आतंरिक समिति जांच कर रही थी. समिति की आरंभिक रिपोर्ट के आधार पर एसोसिएट प्रोफेसर चंद्रशेखर को निलंबित कर दिया गया.
श्रीनगर : जम्मू यूनिवर्सिटी के एक एसोसिएट प्रोफेसर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. उनका शव आवासीय क्वार्टर में फंदे से लटका पाया गया है. स्थानीय पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, खुदकुशी करने वाले एसोसिएट प्रोफेसर उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले थे. वे यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर थे. बताया यह जा रहा है कि कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
यूनिवर्सिटी कैंपस में ही रहते थे चंद्रशेखर
जम्मू यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने मीडया से बातचीत के दौरान कहा कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी 54 साल के चंद्रशेखर अपनी पत्नी और बेटी के साथ विश्वविद्यालय परिसर में ही रहते थे. वे यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर पदासीन थे. पिछले एक सितंबर को उनके खिलाफ कुछ छात्रों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. इसकी वजह से वे काफी परेशान दिखाई दे रहे थे. छात्रों की ओर से यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें निलंबित भी कर दिया था.
अंदर से कमरा था बंद
स्थानीय पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, जम्मू यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर चंद्रशेखर द्वारा खुदकुशी करने की सूचना के आधार पर पुलिस यूनिवर्सिटी परिसर स्थित उनके आवास पर गई है. उनके घर में उनका कमरा अंदर से बंद था. पुलिस ने जब दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर प्रवेश किया, तो उनका शव फंदे से लटका पाया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इसके बाद उनका शव फंदे से नीचे उतारक पोस्टमार्टम के लिए जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया गया है.
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आंतरिक समिति की रिपोर्ट पर किए गए थे निलंबित
अधिकारी ने बताया कि एसोसिएट प्रोफेसर के खिलाफ यूनिवर्सिटी के छात्रों की ओर से यौन उत्पीड़न की शिकायत किए जाने के बाद मामले की जांच यूनिवर्सिटी में यौन उत्पीड़न मामलों से संबद्ध आतंरिक समिति जांच कर रही थी. समिति की आरंभिक रिपोर्ट के आधार पर एसोसिएट प्रोफेसर चंद्रशेखर को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही उन पर यौन उत्पीड़न को लेकर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई, जिसकी जांच चल रही है. चंद्रशेखर वर्ष 2007-08 से जम्मू यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में अध्यापन का कार्य कर रहे थे.