पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज जयंती (Atal Bihari Vajpayee Birthday) है. उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को गुलाम भारत के ग्वालियर स्टेट में हुआ. वर्ष 1996 में वे पहली बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर काबिज हुए. अटल बिहारी वाजपेयी और छत्तीसगढ़ का गहरा रिश्ता है. साल 1990 से ही उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य अलग बनाने का प्रण कर लिया था. वे यहां की आदिवासी संस्कृति और वन संपदा के मुरीद थे.
मध्य प्रदेश से अलग छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया और ये वायपेयी जी ने बतौर प्रधानमंत्री साकार करने का काम किया. आइए आपको वर्ष 1998 में ले जाते हैं. इस साल रायपुर के सप्रे शाला मैदान में एक सभा में उन्होंने कहा था कि आप मुझे 11 सांसद दो, मैं आपको छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर दूंगा…
रघुकुल रीत सदा चली आई…: मध्य प्रदेश से अलग छत्तीसगढ़ राज्य की मांग के बीच वर्ष 1998-99 के आम चुनाव देश में थे. इस दौरान भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी की रायपुर के सप्रे शाला मैदान में आमसभा रखी गई थी. इस सभा में वाजपेयी जी ने जनता से 11 सांसद मांगे. उनकी अपील का असर भी नजर आया. वर्तमान छत्तीसगढ़ के 11 में से सात संसदीय सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया. इसके बाद अटल जी ने कहा- रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाई पर वचन न जाई।। उन्होंने अपने वचन के अनुरूप काम किया और छत्तीसगढ़ राज्य गठन की घोषणा कर दी.
छत्तीसगढ़ राज्य की मांग 1965 से ही : वाजपेयी जी की घोषणा के लगभग एक साल बाद यानी 31 जुलाई 2000 को लोकसभा में और नौ अगस्त को राज्यसभा में छत्तीसगढ़ राज्य के प्रस्ताव पर मुहर लग गई. चार सितंबर 2000 को भारत सरकार के राजपत्र में प्रकाशन के बाद एक नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ देश के 26वें राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य की मांग 1965 से ही शुरू हो चुकी थी, लेकिन इसे पूरा अटल जी की सरकार ने किया.
तीन विश्वविद्यालयों की नींव : छत्तीसगढ़ में अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2004 में तीन विश्वविद्यालयों की नींव रखने का काम किया. इनमें कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर, तकनीकी विवि दुर्ग और पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विवि बिलासपुर की स्थापना अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों हुई. बिलासपुर में अटल जी के नाम से अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय की स्थापना करने का भी काम किया गया.
Posted By : Amitabh Kumar