ATS और SOG का बयान आया सामने, कहा- कन्हैया लाल हत्याकांड में किसी आतंकवादी संगठन का हाथ नहीं
एटीएस और एसओजी ने प्रोस विज्ञप्ति जारी करते हुए काह कि कन्हैया लाल हत्याकांड में में किसी आतंकवादी संगठन का हांथ नहीं है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है.
उदयपुर हत्याकांड (Udaipur Murder Case) मामले को लेकर शुक्रवार को एटीएस (Anti-Terror Squad) और एसओजी (Special Operations Group) ने एक प्रेस नोट जारी किया है. नोट के अनुसार एनआईए के हवाले से मीडिया में प्रसारित कई समाचार लेख में कहा गया है कि उदयपुर घटना में किसी आतंकवादी संगठन का हांथ नहीं है. एनआईए ने कहा आरोपियों से पूछताछ और जांच की जा रही है. वहीं इस मामले में 2 और लोगों की गिरफ्तारी की गई है.
Certain reports in media citing NIA that there's no hand of a terrorist organization in Udaipur tailor's murder incident is premature as of now. It still requires further investigation which is at the initial stage currently: ATS & SOG, Rajasthan pic.twitter.com/l3ZjqM850A
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 1, 2022
एनआईए ने 2 और आरोपियों को किया गिरफ्तार
एनआईए के बयान के अनुसार कन्हैयालाल की हत्या के सह-साजिशकर्ता थे और उनसे पूछताछ की जा रही है. दोनों की पहचान मोहसिन और आसिफ के रूप में की गई है. वहीं उन्हें एसटीएस द्वारा शनिवार को जयपुर में नामित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत में पेश किया जायेगा. अतिरिक्त महानिदेशक एटीएस अशोक राठौर ने बताया कि इन दो व्यक्तियों को रेकी एवं आपराधिक षड्यंत्र के मामले में गुरुवार की रात को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया और 14 दिन की रिमांड पर लिया गया है.
आरपियों का पाकिस्तान से कनेक्शन
पुलिस महानिदेशक ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया था कि कन्हैया लाल हत्या के मुख्य दो आरोपी रियाज मोहम्मद और गौस मोहम्मद के संबंध पाकिस्तान से हैं. वहीं, इन अभियुक्तों का संबंधन दावत ए इस्लामी से होने की बात कही थी.
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2611 नंबर की मोटर साइकिल बरामद
गौरतलब है कि कन्हैयालाल की मंगलवार दोपहर को दो मुस्लिम लोगों रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी. आरोपियों ने अपराध का ऑनलाइन वीडियो पोस्ट कर दर्जी कन्हैयालाल का सिर काटकर हत्या करने का दावा किया था. दोनों आरोपियों को घटना के कुछ घंटों बाद राजसमंद के भीम क्षेत्र से पकड़ लिया गया था. बता दें कि हत्या के बाद आरोपियों ने भागने के लिये खास नंबर की मोटर साइकिल का इस्तेमाल किया, जिसकी पंजीकरण संख्या 2611 थी. इस नंबर का संभावित संदर्भ मुंबई के आतंकी हमले की तारीख से जुड़ा हुआ है.