बांग्लादेश में हिंदू धर्मस्थल पर हमला मामले में यूएन से हस्तक्षेप की मांग, इस्कॉन के उपाध्यक्ष ने लिखा पत्र

Attack On ISKCON Temple In Bangladesh बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू धर्मस्थलों को निशाना बनाया गया है. शुक्रवार को भीड़ ने नोआखली जिले में कथित तौर पर इस्कॉन मंदिर पर हमला किया. इस्कॉन समुदाय ने इसकी जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2021 5:24 PM
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Attack On ISKCON Temple In Bangladesh बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू धर्मस्थलों को निशाना बनाया गया है. शुक्रवार को भीड़ ने नोआखली जिले में कथित तौर पर इस्कॉन मंदिर पर हमला किया. इस्कॉन समुदाय ने इसकी जानकारी दी. बताया जा रहा है कि ये हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब गुरुवार को बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान कुछ अज्ञात उपद्रवियों द्वारा हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की. इसके बाद से ही तनाव पसरा हुआ है.

वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हमने संयुक्त राष्ट्र को भी एक पत्र लिखा है और उनसे इसकी निंदा करने के साथ ही बांग्लादेश में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की अपील की है.

राधारमण दास ने आगे कहा कि हमने प्रधानमंत्री के आवास पर फोन किया और उनके सचिव से पीएम को सूचित करने का अनुरोध किया कि उन्हें हिंसा के इस चक्र को समाप्त करने के लिए बांग्लादेश के प्रधानमंत्री से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को लगभग पांच सौ की भीड़ ने हमारे मंदिर परिसर में प्रवेश किया और देवताओं को तोड़ा. साथ ही भक्तों को बेरहमी से घायल किया. उनमें से दो की मृत्यु हो गई है.

इससे पहले इस्कॉन समुदाय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि बहुत ही दुख के साथ हम इस्कॉन सदस्य पार्थ दास की मौत की खबर साझा करते हैं. उन्हें कल दो सौ लोगों की भीड़ ने बेरहमी से मार डाला. उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला. हम बांग्लादेश सरकार (Govt of Bangladesh) से मांग करते हैं कि वह इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करे.

इस्कॉन ने एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली में भीड़ ने हमला किया. मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है. हम बांग्लादेश सरकार से सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को सजा देने की गुजारिश करते हैं.

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