Farmers Protest : दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान प्रदर्शन में खालिस्तानी शामिल हो गये हैं, उक्त बातें आज केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के सामने दलील पेश करते हुए कही. अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल के इस आरोप पर कोर्ट ने उनसे पूछा कि क्या वह इस संबंध में हलफनामा दे सकते हैं तो उन्होंने कहा कि वह कल दे देंगे.
गौरतलब है कि आज सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों के अमल पर फिलहाल रोक लगा दी है और एक चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जो सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी. मामले की पूरी सुनवाई के दौरान जहां कोर्ट ने सरकार को खूब फटकार लगायी, वहीं किसानों को समझाया है कि वे अदालत पर भरोसा करें.
कोर्ट ने किसानों के प्रदर्शन पर कहा, हम जनता के जीवन और संपत्ति की रक्षा को लेकर चिंतित हैं. न्यायालय ने साथ ही किसान संगठनों से सहयोग मांगते हुए कहा कि कृषि कानूनों पर, जो लोग सही में समाधान चाहते हैं, वे समिति के पास जाएंगे. उसने किसान संगठनों से कहा, यह राजनीति नहीं है. राजनीति और न्यायतंत्र में फर्क है और आपको सहयोग करना ही होगा.
गौरतलब है कि किसान आंदोलन के बारे में सोशल मीडिया में लगातार यह कहा जाता रहा है कि इसमें खालिस्तान समर्थक भी शामिल हैं. शुरुआत में कुछ भाजपा नेताओं ने भी इससे संबंधित बयान दिया था, लेकिन बाद में सरकार ने यह देखा कि इससे सरकार की छवि खराब हो रही है, तो वह डैमेज कंट्रोल में जुट गयी. अब सरकार के नुमाइंदे का सुप्रीम कोर्ट में यह कहना कि प्रदर्शन में खालिस्तान समर्थक भी शामिल हैं, एक नयी बहस को जन्म देगा.
Posted By : Rajneesh Anand