India Australia Virtual Summit भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन डिजिटल माध्यम से 21 मार्च को शिखर बैठक करेंगे. बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया बीते कुछ सालों से द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक बैठक होने जा रही है. इस बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हिस्सा लेंगे.
ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने व्यापार और निवेश संबंधों को गहरा करने और हमारे पारस्परिक आर्थिक सुधार और विकास का समर्थन करने के लिए नए आर्थिक अवसरों का उपयोग करने पर चर्चा करेंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच व्यापार, महत्वपूर्ण खनिजों, माइग्रेशन और मोबिलिटी और शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बातचीत होगी. माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं.
Australian PM Scott Morrison & PM Modi will hold the 2nd India-Australia virtual summit on Mar 21.
"We'll discuss deepening our trade & investment relationship & harnessing new economic opportunities to support our mutual economic recovery & growth: Australia PM
(File pics) pic.twitter.com/SWB9ygW5Dp
— ANI (@ANI) March 18, 2022
इससे पहले शिखर सम्मेलन की घोषणा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में की है. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच का ये शिखर सम्मेलन 4 जून 2020 को पहली बार हुए ऐतिहासिक वर्चुअल सम्मेलन का ही अगला हिस्सा है. उस दौरान भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था. अरिंदम बागची ने कहा कि बैठक में दोनों देशों के संबंधों और विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस डिजिटल शिखर बैठक में दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ नई पहल के लिए रास्ते तलाशे जायेंगे.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन से पिछली बार मुलाकात सितंबर 2021 में क्वाड नेताओं की शिखर बैठक से इतर वाशिंगटन में हुई थी. वहीं, नवंबर 2020 में और पिछले वर्ष मालाबार नौसेना अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने हिस्सा लिया था. इसमें जापान और अमेरिका की नौसेना ने भी हिस्सा लिया था. चूंकि शिखर सम्मेलन यूक्रेन में संकट के बीच हो रहा है, इसलिए दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच वार्ता में इसे शामिल किए जाने की उम्मीद है. बागची ने कहा कि दोनों नेता व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत विभिन्न मुद्दों पर हुए डेवलपमेंट का जायजा लेंगे.
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