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‘फर्जी खबरों के प्रसार से बचें’, अयोध्या राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर भारत सरकार ने दी सलाह

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है और अयोध्या में राम लला प्राण प्रतिष्ठा के संदर्भ में गलत, झूठी और फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने की सलाह दी है. मंत्रालय ने विशेष तौर पर समाचार पत्रों, टेलीविजन चैनलों, डिजिटल समाचार प्रकाशकों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को एक सलाह जारी की है.

By Aditya kumar | January 20, 2024 5:30 PM
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I&B Ministry on Ayodhya Ram Mandir : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार को एक अधिसूचना जारी की है और अयोध्या में राम लला प्राण प्रतिष्ठा के संदर्भ में गलत, झूठी और फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने की सलाह दी है. मंत्रालय ने विशेष तौर पर समाचार पत्रों, टेलीविजन चैनलों, डिजिटल समाचार प्रकाशकों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को एक सलाह जारी की है, जिसमें उन्हें ऐसी किसी भी ऐसी खबर को प्रसारित ना करने की सलाह दी है जिससे सामाजिक सौहार्द्य को नुकसान पहुंचे. साथ ही अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि ऐसी किसी भी खबर को प्रकाशित ना करें जो झूठी हो या जिससे हेरफेर हो सकती है या सांप्रदायिक तनाव पैदा होने की आशंका है. देश में सद्भाव या सार्वजनिक व्यवस्था बनाये रखने के लिए उन्होंने लोगों से अपील की है.



‘भड़काऊ और फर्जी संदेश नहीं फैलाए’

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी किये गए परामर्श पत्र में यह भी कहा गया है कि यह देखा गया है कि कुछ असत्यापित, भड़काऊ और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं, विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर, जो सांप्रदायिक सद्भाव और लोक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं. अयोध्या में रामलला के विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे.

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झूठी या हेरफेर की गई खबरों से करें परहेज

परामर्श में समाचार पत्रों, निजी सैटेलाइट टेलीविजन चैनल और डिजिटल मीडिया पर समाचार और समसामयिक मामलों के प्रकाशकों से ऐसी किसी भी सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने से परहेज करने को कहा गया है जो झूठी या हेरफेर की गई हो सकती है या जिससे देश में सांप्रदायिक सद्भाव या लोक व्यवस्था बिगड़ने की आशंका हो. परामर्श में कहा गया है, “इसके अलावा, सोशल मीडिया मंचों को उनके संबंधित दायित्वों के तहत, सलाह दी जाती है कि वे ऊपर उल्लिखित प्रकृति की सामग्री की जानकारी प्रदर्शित या प्रकाशित नहीं करने के लिए उचित प्रयास करें.’

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