Ayodhya Ram mandir, Ayodhya Ram mandir BHumi pujan: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद भी इस पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही. गुरुवार को ऑल इंडिया इमाम संघ के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने इस मामले में आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान दिया. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस्लाम में मान्यता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद ही रहेगी. कुछ और निर्माण करने के लिए मस्जिद को तोड़ा नहीं जा सकता.
एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि बाबरी मस्जिद वहां थी और वह हमेशा मस्जिद के रूप में वहां रहेगी. मंदिर को गिराकर मस्जिद का निर्माण नहीं हुआ था लेकिन अब ऐसा हो सकता है कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर को गिराया जाए. मौलाना साजिद रशीदी अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. न्यूज चैनल के डिबेट में कई बार इन्होंने अजीब से व्यवहार किया है.
Islam says a mosque will always be a mosque. It can't be broken to build something else. We believe it was, and always will be a mosque. Mosque wasn't built after demolishing temple but now maybe temple will be demolished to build mosque: Sajid Rashidi, Pres, All India Imam Assn pic.twitter.com/DzlbYQ3qdm
— ANI (@ANI) August 6, 2020
मौलाना रशीदी का यह बयान भड़काऊ है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप शुरू हुआ है. देश की शीर्ष ने नौ नवंबर 2019 के अपने फैसले में मुस्लिम पक्ष की दलीलें खारिज कर दी और सर्वसम्मति से अपना फैसला राम मंदिर के पक्ष में सुनाया.
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कोर्ट ने मस्जिद के निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ भूमि देने का भी आदेश दिया. साथ ही शीर्ष अदालत ने राम मंदिर के निर्माण के लिए एक ट्रस्ट गठित करने का आदेश सरकार को दिया है. इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने कहा था कि बाबरी मस्जिद थी और वह हमेशा रहेगी, क्योंकि एक बार जब कोई मस्जिद एक जगह पर स्थापित हो जाती है, तो वह अनंत काल तक रहती है.बोर्ड ने अपने एक बयान में कहा, हम वही कह रहे हैं जो शरीयत कहता है.
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तुर्की के हागिया सोफिया का उदाहरण देकर पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह मंशा जाहिर की है कि एक दिन फिर राम मंदिर को बाबरी मस्जिद में तब्दील किया जा सकता है. बोर्ड के मोहम्मद वली रहमानी ने कहा, ‘बाबरी मस्जिद को कभी भी किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाया गया था.
बुधवार सुबह एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर कहा था कि बाबरी मस्जिद थी, बाबरी मस्जिद है और रहेगी. अयोध्या में कार्यक्रम के बाद आईएमआईएम नेता ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. राम मंदिर का शिलान्यास कर पीएम ने अपने शपथ का उल्लंघन किया है. यह भारत के लोकतंत्र एवं धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की जीत का दिन है.
Posted By: Utpal kant