Ayodhya Ram mandir: राम मंदिर भूमिपूजन से पहले ओवैसी का बयान – ‘बाबरी मस्जिद थी और रहेगी, इंशाअल्लाह’
Ayodhya ram mandir bhumi pujan, Ayodhya Ram mandir: अयोध्या में राम मंदिर की नींव पड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे के करीब अयोध्या पहुंचे फिर शुभ मुहूर्त के वक्त उन्होंने राम मंदिर का भूमि पूजन किया. राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति भी तेज है.
Ayodhya ram mandir bhumi pujan, Ayodhya Ram mandir: अयोध्या में राम मंदिर की नींव पड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे के करीब अयोध्या पहुंचे फिर शुभ मुहूर्त के वक्त उन्होंने राम मंदिर का भूमि पूजन किया. राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति भी तेज है. राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति भी तेज है.
इस आयोजन पर ही सवाल उठाने वाले हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार सुबह ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- बाबरी मस्जिद थी और रहेगी. इशांअल्लाह. इसके साथ ही उन्होंने बाबरी मस्जिद और बाबरी मस्जिद के विध्वंस की एक-एक तस्वीर भी शेयर की है.
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020
एक दिन पहले ओवैसी ने प्रियंका गांधी के बयान पर तंज कसा था. प्रियंका के बयान पर ओवैसी ने कहा था कि खुशी है कि वो अब नाटक नहीं कर रहे हैं. कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को गले लगाना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन भाईचारे के मुद्दे पर पर वो खोखली बातें क्यों करती हैं.
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दरअसल, प्रियंका ने भूमिपूजन कार्यक्रम का समर्थन करते हुए कहा था कि राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु. राम नाम का सार है. प्रियंका गांधी ने आगे कहा है कि रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर है. इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी से अयोध्या कार्यक्रम में शामिल न होने की अपील की थी.
बता दें कि बीते वर्ष 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने विवादित राम मंदिर- बाबरी मस्जिद भूमि को लेकर अपना फैसला सुनाया था. अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन राम लला को सौंप दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया था कि मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में पांच एकड़ की जमीन दी जाए.असदुद्दीन ओवैसी तब से ही परोक्ष रूप से इस फैसले का विरोध जता रहे हैं.
Posted By: Utpal kant