Ayodhya Ram mandir, Baba ramdev: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का शुभारंभ हो चुका है. राम मंदिर भूमिपूजन कार्यक्रम और उसमें प्रधानमंत्री के शामिल होने पर एआईएमआईएस अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी लगातार बयानबाजी कर रहे थे. उसी बयानबाजी को लेकर योग गुरू रामदेव ने उन पर हमला बोला है. रामदेव ने कहा है कि भगवान श्री राम सबके हैं. वह मुसलमानों के भी हैं. अगर ओवैसी का भी डीएनए जांच करोगे तो उसके अंदर भी राम ही मिलेंगे.
जनसत्ता के मुताबिक, रामदेव ने ये बातें न्यूज इंडिया 18 के पत्रकार प्रतीक त्रिवेदी के साथ चर्चा के दौरान अयोध्या में कहीं. राम मंदिर के मुद्दे पर रामदेव ने कहा कि यह राजनीतिक इच्छाशक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ता के कारण हो पाया. सुप्रीम कोर्ट ये फैसला दे पाया. रामदेव ने आगे कहा- लोग कहते थे खून खराबा हो जाएगा, पर यहां तो पत्ता तक नहीं हिला. सारे राष्ट्र का सपना और संकल्प पूर्ण हो गया. सब अर्थों में राम सबके हैं. वह अहिल्या, अयोध्या, हिंदुओं और मुस्लिमों के भी हैं.
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पत्रकार ने इसी पर रामदेव से पूछा कि कांग्रेस वाले भी तो कह रहे हैं कि राम सबके हैं? इस पर पतंजलि आर्युवेद प्रमुख ने कहा- अरे, वह हैं. किसी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए हमें. राम को किसी का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. राम सनातन हैं. सार्वभौमिक हैं. सार्वकालिक हैं. ओवैसी का भी टेस्ट कराओगे तो उसके भीतर भी राम मिलेंगे. पत्रकार ने रामदेव को कहते ही टोका कि यह बात कहने की क्या जरूरत है?
योगगुरु ने जवाब दिया- क्यों कहते हैं (ओवैसी) कि राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में पीएम के तौर पर नरेंद्र मोदी को नहीं जाना चाहिए था. ये राष्ट्र ओवैसी के कहने से चलेगा. ये देश सबका है. ये ओवैसी और उनके बाप का नहीं है. उन्होंने कहा- राम हमारे पूर्वज हैं. 500 साल पहले जाकर किसी मुसलमान से पूछ लो, उनके बाप-दादा का नाम भी हमसे मिलता जुलता मिलेगा.
बता दें , 5 अगस्त को पीएम मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया और मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन भी किया. इस बहुप्रतीक्षित समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, देश भर के कई हाई-प्रोफाइल गणमान्य व्यक्तियों और संतों सहित 175 लोगों ने हिस्सा लिया.
पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ किया था, जिससे हिंदू और मुस्लिम पक्षों के बीच जमीन के मालिकाना हक को लेकर लंबे समय से चली आ रही अदालती लड़ाई खत्म हो गई थी.
Posted By: Utpal kant