भारतीय नागरिकों के लिए आधार कार्ड महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक है. इसके बिना ना तो किसी स्कूल या फिर कॉलेज में एडमिशन मिलता है, ना ही आपको कोई सरकारी लाभ मिलेगा, जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएफ और इनकम टैक्स जैसी योजनाएं शामिल है. अब पांच साल तक के बच्चों को पहचान संख्या प्रदान करने के लिए बाल आधार योजना राष्ट्रीय स्तर पर जाने की उम्मीद है. इसके तहत 16 मिलियन बाल आधार कार्ड जारी किए गए हैं.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण रजिस्ट्रार जनरल के साथ टाईअप करना चाहता है, जो बाद में नामांकन एजेंट बन सकते हैं, और जन्म प्रमाण पत्र जारी होने के बाद आधार संख्या प्रदान कर सकते हैं. आधार कार्ड की डिटेल्स पांच साल की उम्र के बाद अपडेट किया जाएगा. ऐसा ही एक पायलट प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश में शुरू किया गया था.
इस मामले को लेकर एक अधिकारी ने कहा, “लाभ यह है कि जन्म के समय बच्चों की एक विशिष्ट पहचान होगी, जिससे उन लाभों की पहचान करना आसान हो जाएगा. जिनके वे प्रीस्कूल स्तर पर हकदार हो सकते हैं. इससे वे कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे. इसके अलावा, एक बार जब बच्चा पांच साल का हो जाता है, तो यह सुनिश्चित करने के लिए आधार का पुन: सत्यापन किया जाएगा.”
जब आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने की सोच रहे हैं, तो आपको सबसे पहले बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट या फिर सरकारी अस्पताल के डिस्चार्ज स्लिप की जरुरत होगी. आपको बता दें छोटे बच्चों के आधार कार्ड के लिए माता-पिता किसी एक के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है. आपको अपने 5 साल से छोटे बच्चे के बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के लिए Aadhar Seva Kendra जाने की जरुरत पड़ सकती है.
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आपको बता दें 5 साल से कम उम्र के बच्चों का बायोमेट्रिक ठीक से डेवलप नहीं होता है. बायोमेट्रिक इनफार्मेशन मतलब फिंगरप्रिंट और आईरिस. इसलिए 5 सा से छोटे बच्चों का बायोमेट्रिक इनफार्मेशन निकालना काफी कठिन हो जाता है. लेकिन, अगर आपके बच्चे की उम्र 5 साल से ऊपर है तो आप उसके बायोमेट्रिक इनफार्मेशन को अपडेट करवा सकते हैं.