Baba Ramdev: अगले पांच साल में 5 लाख लोगों को देंगे रोजगार, प्रेसवार्ता के दौरान बाबा रामदेव ने की घोषणा
उन्होंने कहा कि हम पांच लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देंगे, हेल्थ और एजुकेशन सिस्टम को एक नया आयाम देंगे. हम देश को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाएंगे, जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है.
Baba Ramdev: योगगुरु बाबा रामदेव ने आज प्रेसवार्ता कर अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया और यह दावा किया है कि आगामी पांच साल के भीतर लोगों को बंपर रोजगार देंगे. उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया है कि वो अगले पांच साल में पांच लाख लोगों को रोजगार देंगे. बाबा रामदेव ने बताया कि पतंजलि एक लाख करोड़ रुपये के टर्न ओवर के लक्ष्य के साथ काम कर रही है. भारतीय शिक्षा बोर्ड से हम करीब एक लाख स्कूलों को संबद्ध करने वाले हैं. इससे शिक्षा के क्षेत्र में लाखों रोजगार पैदा होंगे.
चार क्षेत्रों में काम करेंगे- योगगुरु रामदेव
योगगुरु रामदेव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले समय में वह चार क्षेत्रों में काम करेंगे जिसमें पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurveda), पतंजलि मेडिसिन (Patanjali Medicine), पतंजलि वेलनेस (Patanjali Wellness) और पतंजलि लाइफ स्टाइल (Patanjali Lifestyle) ये चार कंपनिया सुनिश्चित हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि देश का सांस्कृतिक-धार्मिक मीडिया लीड पतंजलि करता है. फिलहाल मुख्यधारा का मीडिया हाउस खोलने का उनका कोई इरादा नहीं है.
दुनिया से एलोपेथी को रिप्लेस करना मेरा संकल्प
रामदेव ने कहा, ‘पूरी दुनिया से एलोपेथी को रिप्लेस करने का मेरा संकल्प है. मैं जितना भी कर सका, करूंगा क्योंकि इमरजेंसी ट्रीटमेंट और सर्जरी को छोड़कर 98 परसेंट एलोपेथी की जरूरत नहीं है, उसमें बीमारियों का कंट्रोल तो हो सकता है, क्योर नहीं हो सकता, बीमारी और बीमारी की जटिलताएं, दवाओं और दवाओं के बुरे प्रभाव से आज पूरी दुनिया जूझ रही है.’
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देश को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाएंगे
पांच लाख रोजगार पर उन्होंने कहा कि हम पांच लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देंगे, हेल्थ और एजुकेशन सिस्टम को एक नया आयाम देंगे. हम देश को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाएंगे, जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. साथ ही उन्होंने बताया कि देश में करीब ढाई से तीन लाख करोड़ रुपये की हमारी फॉरेन करेंसी की हानि होती है, हमारे रुपये का अवमूल्यन होता है.