बाबा रामदेव का दावा : पतंजलि ने तैयार की ब्लैक फंगस की आयुर्वेदिक दवा, एक हफ्ते के अंदर की जाएगी लॉन्च
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि बहुत जल्द ही एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का इलाज आयुर्वेद से देने वाला हूं. काम हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है. हम अभी भी फंगस की दवाई बना रहे हैं.
नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि पतंजलि ने ब्लैक फंगस की आयुर्वेदिक दवा तैयार कर ली है और उसे एक हफ्ते के अंदर बाजार में लॉन्च कर दिया जाएगा. उन्होंने हिंदी के एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने अपने काम से मुंह नहीं मोड़ा है. तमाम विवादों के बावजूद मैं 18 घंटे सेवा कर रहा हूं.
फाइनल स्टेज पर है काम
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि बहुत जल्द ही एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का इलाज आयुर्वेद से देने वाला हूं. काम हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है. हम अभी भी फंगस की दवाई बना रहे हैं.
साइंटिफिक वैलिडेशन बॉडी नहीं है आईएमए
बाबा रामदेव ने आईएमए विवाद पर कहा कि आईएमए न तो कोई साइंटिफिक वैलिडेशन की बॉडी है. ना इनके पास कोई लैब है. ना इनके पास कोई वैज्ञानिक हैं. आईएमए एक एनजीओ है. उन्हाेंने कहा कि आयुर्वेद का और योग का अनादर हुआ है.
बल्ब, पेंट और साबुन को प्रमाणित करता है आईएमए
आईएमए बल्ब को, पेंट को और साबुन को बार-बार प्रमाणित करने का काम कर रहा है, जबकि कोरोनिल को अप्रामाणिक कहकर आयुर्वेद का मजाक उड़ाता है. विवाद इस बात से है, मैंने यह कहा है.
बाबा रामदेव के खिलाफ रेजिडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन
उधर, ऐलोपैथी के संबंध में योग गुरु बाबा रामदेव की टिप्पणी को लेकर दिल्ली के कई अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत प्रदर्शन शुरू किया. इन डॉक्टरों की मांग है कि या तो रामदेव बिना शर्त माफी मांगें या उनके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए.
बता दें कि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने 29 मई को बाबा रामदेव के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करने की अपील की थी. फोर्डा ने इस बात पर जोर दिया था कि आंदोलन के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं होने दी जाएंगी. दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टरों ने काली पट्टियां और रिबन पहनकर प्रदर्शन किया.
बिना शर्त के माफी मांगें बाबा रामदेव
फोर्डा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रामदेव की टिप्पणियों के विरोध में हमारा प्रदर्शन मंगलवार सुबह शुरू हुआ. वह तो ऐलोपैथी के बारे में बोलने तक की योग्यता नहीं रखते हैं. इससे डॉक्टरों का मनोबल प्रभावित हुआ है, जो महामारी से हर दिन लड़ रहे हैं. हमारी मांग है कि वह सार्वजनिक रूप से बिना शर्त माफी मांगे, अन्यथा महामारी रोग अधिनियम के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
Also Read: बाबा रामदेव के खिलाफ डॉक्टर्स का ‘ब्लैक डे’, देश भर में योग गुरु के खिलाफ प्रदर्शन
Posted by : Vishwat Sen