Babri masjid demolition case: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई कोर्ट का फैसला आने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला साबित करता है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए संतों, भाजपा नेताओं, विहिप के पदाधिकारियों को बदनाम करने के इरादे से फंसाया था. इस साजिश के लिए जिम्मेदार लोगों को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं इस मामले पर मीडिया के सामने बोलते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि कोर्ट को फैसले का वो स्वागत करत हैं. आज उन्हें विश्वास हो गया कि मंदिर को लेकर किया गया उनका आंदोलन सही था. इस मामले पर उनका और उनकी पार्टी का स्टैंड सही था.
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लाल कृष्ण आडवाणी के वकील विमल श्रीवास्तव ने कोर्ट के फ़ैसले के बाद कहा कि सभी आरोपी बरी कर दिए गए हैं, साक्ष्य इतने नहीं थे कि कोई आरोप साबित हो सके. अयोध्या जन्मभूमि मामले में पक्षकार रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने कहा कि हम कानून का पालन करने वाले मुसलमान हैं. अच्छा है, अगर अदालत ने बरी कर दिया तो ठीक है, बहुत लंबे समय से अटका हुआ मामला था, खत्म हो गया, अच्छा हुआ, यह ठीक है हम तो चाहते थे कि पहले ही इसका फैसला हो जाए.
बता दें कि अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी केस मस्जिद विध्वंस मामले में फैसला आ गया. सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी के सीनियर नेता विनय कटियार समेत कुल 32 आरोपियों को बरी कर दिया है.
बाबरी फैसले के मद्देनजर लखनऊ स्थित कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. इसी के साथ-साथ पूरा उत्तर प्रदेश अलर्ट पर है. अयोध्या में भी विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है और पुलिस की पर्याप्त तैनाती की गई है. लखनऊ और अयोध्या में रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है. सीबीआई की स्पेशल अदालत अयोध्या प्रकरण के जज सुरेंद्र कुमार यादव आज रिटायर भी हो जाएंगे. इसी मामले के लिए उनको एक साल का एक्सटेंशन दिया गया था.
Posted by : Pawan Singh