राजनीति नहीं करेंगे बाबुल सुप्रियो, सांसद भी बने रहेंगे, facebook पर फिर लिखी बातों में दिखा यू-टर्न?
Babul Supriyo Latest News: इस साल के पश्चिम बंगाल चुनाव में टॉलीगंज विधानसभा सीट से बतौर प्रत्याशी जीत के दावे करते रहे. रिजल्ट निकला और बाबुल सुप्रियो को हार मिली. आज बाबुल सुप्रियो ने खुद के राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. बात सांसद पद से इस्तीफा देने तक पहुंची.
Babul Supriyo Latest News: 28 मई 2004 को एक बॉलीवुड मूवी रिलीज हुई. फिल्म का नाम था- हम तुम. इसमें रानी मुखर्जी और सैफ अली खान मुख्य भूमिकाओं में थे. इस फिल्म का एक गाना ‘हम तुम’ आज भी लोकप्रिय है. इस गाने को आवाज अलका याज्ञनिक और बाबुल सुप्रियो ने दी थी. वक्त बदला और बाबुल सुप्रियो राजनीति में आए. दूसरी बार पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से बीजेपी की टिकट पर जीतकर लोकसभा तक पहुंचे. केंद्रीय मंत्री तक रहे.
इस साल के पश्चिम बंगाल चुनाव में टॉलीगंज विधानसभा सीट से बतौर प्रत्याशी जीत के दावे करते रहे. रिजल्ट निकला और बाबुल सुप्रियो को हार मिली. आज बाबुल सुप्रियो ने खुद के राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. बात सांसद पद से इस्तीफा देने तक पहुंची. अब, बाबुल सुप्रियो ने राजनीति को तो अलविदा कहने के फैसले पर कायम हैं. लेकिन, सांसद बने रहने की बात भी कही है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के पहले जीत का दावा करने वाली बीजेपी को बड़ा झटका लगा था. रिजल्ट के बाद टीएमसी ने जीत की हैट्रिक बनाई. ममता बनर्जी के हाथों में पश्चिम बंगाल की सत्ता आई. इन सबके बीच बीजेपी के सीनियर नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहना शुरू कर दिया. मुकुल रॉय जैसे दिग्गज नेता अपने पुराने घर टीएमसी में लौट गए, तो पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के दिग्गज नेता और आसनसोल सीट से दूसरी बार संसद पहुंचे बाबुल सुप्रियो नाराज हैं.
कुछ दिनों पहले बाबुल सुप्रियो ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर राजनीति से संन्यास लेने की बात कही. बाबुल सुप्रियो ने यहां तक ऐलान कर डाला कि वो सांसद के पद से भी त्यागपत्र देंगे. बाबुल सुप्रियो के ऐलान के बाद बीजेपी में घमासान मच गया. इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो के सुर दोबारा बदले. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा सांसद का पद नहीं छोड़ने की बात कही. राजनीति को अलविदा कहने के फैसले पर भी कायम रहे. राजनीति नहीं करने की बात भी दोहराई.
दरअसल, बाबुल सुप्रियो को पश्चिम बंगाल में बीजेपी का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है. बाबुल सुप्रियो ने आसनसोल से दूसरी बार सांसद के रूप में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा. 2014 में पहली बार सांसद बने तो केंद्रीय मंत्री बने. कई मंत्रालय का काम देख चुके बाबुल सुप्रियो को 7 जुलाई को मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के पहले केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद बाबुल सुप्रियो ने अपने कई फेसबुक पोस्ट्स में दिल का दर्द जाहिर किया.
Also Read: मुकुल रॉय को ट्विटर पर फॉलो करने वाले बाबुल सुप्रियो ने बंगाल बीजेपी में कलह को किया उजागरपश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में जन्मे बाबुल सुप्रियो के घर में गीत-संगीत और लय की गूंज होती थी. बाबुल सुप्रियो ने भी बचपन से ही गाना शुरू कर दिया था. स्कूल और कॉलेज से लेकर कई मंचों पर पुरस्कार जीत चुके बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अपनी आवाज दी. अब सवाल है कि राजनीति को विदा कहने के बाद क्या वो फिर संगीत की दुनिया सजाएंगे या कुछ और करेंगे?. या फिर 1992 में दिल की आवाज़ सुनकर मुंबई जाने का फैसला लेने वाले बाबुल सुप्रियो कोई बड़ा ऐलान करने वाले हैं. जवाब के लिए इंतजार करिए.