Badarpur Vidhan Sabha: दिल्ली में चुनाव प्रचार समय के साथ जोर पकड़ता जा रहा है. हर दल मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त वादों की घोषणा कर चुकी है. आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस की नजर महिला मतदाताओं को साधने पर अधिक दिख रहा है क्योंकि दिल्ली के चुनाव में महिला मतदाता पुरुषों के मुकाबले अधिक मतदान करती है. ऐसे में हर पार्टी की नजर इस वर्ग पर है. साथ ही पार्टियां सामाजिक समीकरण को साधने में भी जुटी हुई है. हर विधानसभा क्षेत्र में सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी का चयन किया गया है. दिल्ली में कई सीटों पर पूर्वांचली मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है और ऐसी ही एक सीट है बदरपुर विधानसभा.
हरियाणा के सीमा से लगती बदरपुर क्षेत्र में कच्ची कॉलोनी की संख्या काफी अधिक है. इस क्षेत्र में पूर्वांचली मतदाताओं के साथ ही गुर्जर मतदाताओं की संख्या अधिक है. पिछली बार इस सीट से भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे. जबकि वर्ष 2015 में आप के टिकट पर चुनाव जीतने वाले नारायण दत्त शर्मा भाजपा उम्मीदवार है, जबकि आप ने पूर्व विधायक राम सिंह नेताजी को टिकट दिया है. दिलचस्प बात है कि इस सीट पर वर्ष 1993 से रामवीर सिंह बिधूड़ी, राम सिंह नेताजी और नारायण दत्त शर्मा के बीच मुकाबला होता रहा है. लेकिन रामवीर सिंह बिधूड़ी सांसद बनने के बाद इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
बुनियादी सुविधाओं का है अभाव
ट्रैफिक जाम की समस्या दूर करने के लिए बदरपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर फ्लाईओवर बनाया गया, जिसके कारण मुख्य सड़क पर जाम से मुक्ति मिली है. लेकिन मुख्य सड़क से बदरपुर के अंदर जाते ही सड़कों पर जाम ही जाम लगा रहता है. सड़कों की स्थिति काफी जर्जर है. सड़क के दोनों किनारे ठेले वालों की कतार के बीच गाड़ियों का लंबा काफिला लगा रहता है. इस इलाके में मध्यम वर्ग और गरीब तबके के लोग अधिक रहते हैं. अधिकांश लोगों का कहना है कि इलाके में सड़कों की हालत काफी खराब है. मीठापुर, खड्डा कॉलोनी, ज्ञान मंदिर रोड से मुख्य सड़क पर जाम और खराब सड़क के कारण काफी समय लग जाता है. आए दिन दुर्घटना होती रहती है.
स्थानीय निवासी रमेश पांडे का कहना है कि बदरपुर क्षेत्र की सड़कें काफी खराब है. हमारी मांग सरकार से सिर्फ सड़क ठीक करने की है. क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा का भी अभाव है. बुनियादी इलाज के लिए भी दूर जाना होता है. इलाके में पेयजल और साफ-सफाई की कमी है. सड़कों पर गंदगी के साथ आवारा पशु भी समस्या हैं. वहीं ऑटो चालक धर्मेंद्र का कहना है कि केजरीवाल सरकार गरीबों के हित में काम कर रही है और इसी सरकार का वापस आना चाहिए. वहीं कई मतदाताओं ने कहा कि इस क्षेत्र में कांग्रेस सरकार के दौरान विकास का काफी काम हुआ, लेकिन पिछले 10 साल से बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. इलाके में चोरी और नशाखोरी भी एक बड़ी समस्या है.
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