Bageshwar Dham: नागपुर पुलिस की जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे! पुलिस ने कहा- ‘दर्ज नहीं होगी FIR’
साथ ही पुलिस ने यह भी बताया कि उनके नागपूर में आयोजित कार्यक्रम में ऐसा कुछ भी निकलकर सामने नहीं आया है जिसके तर्ज पर महाराष्ट्र जादू टोना विरोधी कानून के तहत दखलपात्र (Cognizable) मामला दाखिल किया जाए. इसलिए पुलिस ने कहा कि इस मामले में नागपुर पुलिस कोई भी प्राथमिकी दर्ज नहीं करेगी.
Bageshwar Dham: बाबा बागेश्वर धाम इन दिनों चर्चा में बने हुए है. मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर कई तरह के आरोप भी लग रहे है. उनके ऊपर अंधविश्वास फैलाने केकई आरोप लग रहे है. हालांकि उनके वीडियो से हर कोई आश्चर्य में जरूर है लेकिन उनके अनुमान को गलत साबित नहीं किया जा सका है. ऐसे में नागपुर पुलिस ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा है कि इन आरोपों में कोई तथ्य निकलकर सामने नहीं आ रहे है.
अंधविश्वास फैलाने के आरोपों में तथ्य नहीं मिल पाया
नागपुर के पुलिस आयुक्त के द्वारा कहा गया है कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के धीरेंद्र कृष्ण महाराज द्वारा अंधविश्वास फैलाने के आरोपों में तथ्य नहीं मिल पाया है. इसलिए नागपुर पुलिस कोई भी मामला दाखिल नहीं करेगी. साथ ही पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की शिकायत पर हमने उनके आरोपों की गहराई से जांच की. इस जांच में धीरेंद्र कृष्ण महाराज के नागपुर के दिव्य दरबार के छह घंटों से ज्यादा वीडियो फुटेज जांचे गए है लेकिन कहीं भी यह बात निकलकर सामने नहीं आई है कि अंधविश्वास फैलाया जा रहा है.
प्राथमिकी दर्ज नहीं करेगी पुलिस
साथ ही पुलिस ने यह भी बताया कि उनके नागपूर में आयोजित कार्यक्रम में ऐसा कुछ भी निकलकर सामने नहीं आया है जिसके तर्ज पर महाराष्ट्र जादू टोना विरोधी कानून के तहत दखलपात्र (Cognizable) मामला दाखिल किया जाए. इसलिए पुलिस ने कहा कि इस मामले में नागपुर पुलिस कोई भी प्राथमिकी दर्ज नहीं करेगी. नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इस मामले के तहत मीडिया से यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि आज ही अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक संगठक श्याम मानव को जानकारी दे दी जाएगी.
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सात और आठ जनवरी को नागपुर में दिव्य दरबार का हुआ था आयोजन
जानकारी को कि सात और आठ जनवरी को नागपुर में दिव्य दरबार का आयोजन हुआ था. इसी आयोजन का वीडियो नागपुर पुलिस के द्वारा जांच किया गया था. इस फुटेज को देखने के बाद पुलिस ने यह साफ कहा कि वीडियो में ऐसा नहीं दिख रहा है कि धीरेंद्र कृष्ण महाराज अंधश्रद्धा फैला रहे हैं, या लोगों को जादू टोना या भूत प्रेत के संबंध में प्रोत्साहित कर रहे हैं.