Baba Siddique की हत्या का बहराइच से जुड़ा तार, कौन है हरीश कुमार बालकराम? क्यों कर रहा था हत्यारों की मदद

Baba Siddique: बाबा सिद्दीकी की हत्या का बहराइच से कनेक्शन जुड़ रहा है. पुलिस ने एक आरोपी को यूपी के बहराइच से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है की यह हत्यारों को पैसा और साजो सामान से मदद कर रहा था.

By Pritish Sahay | October 16, 2024 9:08 AM
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Baba Siddique: मुंबई पुलिस ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में एक और शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा है कि आरोपी की पहचान हरीश कुमार बालकराम के रूप में हुई है. आरोपी उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि वो शूटर को पैसा और अन्य साजो सामान की मदद दे रहा था. आरोपी बालकराम महाराष्ट्र के पुणे के वारजे इलाके में कबाड़ विक्रेता के रूप में काम करता था. मुंबई क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आरोपी को सोमवार को यूपी के बहराइच से गिरफ्तार किया. मंगलवार सुबह उसे लेकर मुंबई पहुंची है.

एक आरोपी अब भी फरार
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में पुलिस ताबड़तोड़ गिरफ्तारी कर रही है. अब तक पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें कथित शूटर गुरमेल बलजीत सिंह, धर्मराज राजेश कश्यप और सह-साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया है. वहीं हत्याकांड में शामिल होने का एक और आरोपी और संदिग्ध शूटर शिवकुमार गौतम फिलहाल फरार है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बालक राम, कश्यप, गौतम, प्रवीण लोनकर और उसके भाई शुभम लोनकर के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए रची गई साजिश का हिस्सा था.

कई टीम बनाकर पुलिस कर रही है हत्याकांड की जांच
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस कई टीम बनाकर घटना की जांच कर रही है. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शिवकुमार गौतम, आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर और मामले में वांछित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया है. अधिकारियों ने कहा है कि क्राइम ब्रांच की टीम हर एंगल से हत्याकांड की जांच कर रही है. जिसमें सुपारी देकर हत्या, व्यापारिक या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता या झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर धमकी सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है.

बता दें, बाबा सिद्दीकी की बीते शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में हत्या कर दी गई थी. उन पर छह गोलियां दागी गई थी. उस समय उनके साथ उनके बेटे जीशान सिद्दीकी भी मौजूद थे. हालांकि, एक फोन कॉल आने के बाद वो कार्यालय वापस आ गये थे इस कारण उनकी जान बच गई. जब गोली चलने की आवाज आयी तो वो ऑफिस से बाहर निकले. वहीं घटना के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भाषा इनपुट के साथ

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